भारत में चीनी की बढ़ती कीमतों को देखते हुए केंद्र सरकार चीनी के निर्यात पर भी बैन लगाने की योजना बना रही है। एक न्यूज एजेंसी की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार घरेलू कीमतों में उछाल को रोकने के लिए सरकार चीनी निर्यात को प्रतिबंधित कर सकती है।
पिछले हफ्ते ही सरकार ने घरेलू जरूरतों को देखते हुए गेहूं के निर्यात पर बैन लगाने का फैसला लिया था। अब संभव है कि चीनी के निर्यात पर भी रोक लगाने का फैसला ले लिया जाए। रिपोर्ट के अनुसार एक विकल्प ये भी है कि सरकार इस सीजन में चीनी के निर्यात को 10 मिलियन टन पर सीमित कर दे।
हालांकि इस फैसले का अभी तक अधिकृत रूप से ऐलान नहीं किया गया है। लेकिन इससे मंगलवार को चीनी शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। खासकर निर्यात करने वाली चीनी कंपनियों के शेयर फिसल गए।
दुनिया में सबसे ज्यादा चीनी का उत्पादन भारत में होता है। चीनी निर्यात के मामले में भारत दूसरे नंबर पर है। भारत से ज्यादा केवल ब्राजील चीनी का निर्यात करता है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत ने सितंबर को समाप्त होने वाले चालू विपणन वर्ष में 18 मई तक 75 लाख टन चीनी का निर्यात किया है। वित्त वर्ष 2020-21 में 70 लाख टन चीनी निर्यात हुई थी, जबकि विपणन वर्ष 2017-18 में 6.2 लाख टन, 2018-19 में 38 लाख टन और 2019-20 में कुल 59.60 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया था।
भारत से सबसे ज्यादा चीनी खरीदने वालों देशों में इंडोनेशिया, अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया और अफ्रीकी देश हैं। उत्पादन में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक की देश में कुल चीनी उत्पादन में करीब 80 फीसदी की हिस्सेदारी है। इसके अलावा गन्ना उत्पादक राज्यों में आंध्र प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, बिहार, हरियाणा और पंजाब भी शामिल हैं।
