उदयपुर में हुए तालिबानी हत्याकांड का एक आरोपी रियाज जब्बार पहले भी इस तरह की हरकत कर चुका है। बताया जा रहा है कि जब्बार ने करीब एक साल पहले भी उदयपुर शहर में माहौल खराब करने की कोशिश की थी। उसने पुलिस के खिलाफ लोगों को भड़काया था और एक एएसआई का पुतला भी फूंका था।
दोनों आरोपियों ने उदयपुर और भीलवाड़ा के साथ आसपास के कई इलाकों में दंगाइयों का नेटवर्क तैयार कर लिया है। जब्बार ने करीब एक साल पहले उदयपुर शहर में लोगों को उकसाने की कोशिश की थी। बताया जा रहा है कि तब आपस में लोगों में मामूली कहासुनी हो गई थी। पुलिस जब मामले को शांत कराने पहुंची तो जब्बार एएसआई से उलझ गया। एएसआई ने जब्बार को पकड़ने की कोशिश की तो उसकी दाढ़ी पर हाथ लग गया।
इस घटना के बाद जब्बार ने मौके पर काफी लोगों को जमा कर लिया और प्रदर्शन किया। उसने माहौल बिगाड़ने के प्रयास में एएसआई का पुतला भी फूंका।
रियाज भीलवाड़ा के आसींद का रहने वाला है। 20 साल पहले अपना घर छोड़ चुका था। घरवालों को भी नहीं पता था कि उदयपुर में कहां और क्या करता है। कब शादी की। इस बीच रियाज जब्बार ने कब माहौल बिगाड़ने वाला बड़ा नेटवर्क तैयार कर लिया किसी को नहीं पता।
रियाज के भाई अब्दुल अय्यूब लोहार ने बताया कि रियाज 10 वे नंबर का भाई है। मैं परिवार में दूसरे नंबर पर हूं। मेरे आपा की मौत के बाद वह 2001 में उदयपुर चला गया था और वहीं रहने लग गया था। उसकी शादी भी उदयपुर में हुई। वह क्या काम करता है मुझे मालूम नहीं। 20 -22 साल से हमारा कोई सम्पर्क नहीं है। मुझे रात को ही पता चला उसने बड़ा कांड कर दिया। उसने गलत काम किया है। जो गलत काम करेगा उसे कानून सजा देगा। धर्म के नाम इस तरह से करना गलत है। चाहे मेरा भाई हो जो गलत करेगा वह सजा पाएगा। अय्यूब ने कहा, जब तक वह हमारे साथ था तब तक ऐसा नहीं था। उदयपुर में किसके साथ कनेक्ट हुआ कैसे बदला, नहीं पता। इसके बाद से परिवार के लोगों से सम्पर्क भी नहीं किया। घरवालों ने बताया कि रियाज ने किससे शादी की यह भी नहीं पता। वे यह भी दावा कर रहे हैं कि उन्होंने कभी रियाज की पत्नी को नहीं देखा
