
उदयपुर में आतंकियों की ओर से मारे गए कन्हैयालाल के घरवालों से गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुलाकात की। उन्होंने घरवालों को हर मदद का आश्वासन देते हुए उन्हें 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा। गहलोत के साथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव, राजस्व मंत्री रामलाल जाट, सीएस ऊषा शर्मा, डीजीपी मोहन लाल लाठर भी मौजूद रहे।
गहलोत ने मीडिया से कहा- एनआईए एक महीने के अंदर इस केस में जल्दी सजा दिला दे। एजेंसी को समझना चाहिए कि प्रदेश के लोगों की भावना क्या है? कन्हैया को सुरक्षा दी गई या नहीं, क्या कमी रही, सभी चीजें एनआईए की जांच में सामने आ जाएगी।
आज ही उदयपुर में तालिबानी मर्डर (कन्हैयालाल हत्याकांड) के विरोध में सर्व समाज की ओर से मौन जुलूस निकाला गया। जुलूस में हजारों लोग शामिल हुए। जुलूस टॉउन हॉल से शुरू हुआ और कलेक्ट्रेट पर पहुंचा। कलेक्ट्रेट से लौटते समय दिल्लीगेट चौराहे पर कुछ युवकों ने पत्थर फेंक दिए। इस दौरान पुलिस ने डंडे बरसाकर खदेड़ा। पथराव किस पर किया यह पुलिस नहीं बता रही है।
इसबीच, एसआईटी ने सापेटिया में गुरुवार को एसके इंजीनियरिंग फैक्ट्री में छापा मारा। फैक्ट्री में ही रियाज जब्बार और गौस मोहम्मद ने कन्हैयालाल की हत्या करने के लिए हथियार तैयार किया था। बताया जा रहा है कि दोनों आतंकियों ने यहीं पर वीडियो बनाया था। फैक्ट्री और ऑफिस को सील कर दिया गया है।
उदयपुर में गुरुवार को तीसरे दिन भी कर्फ्यू जारी है। प्रदेशभर में इंटरनेट भी बंद है। पूरे प्रदेश में एक महीने के लिए धारा-144 लगा दी गई है। उदयपुर के एडीएम ओपी बुनकर ने बताया कि बुधवार को तो दो शिफ्ट में लैब असिस्टेंट परीक्षा थी। इसके चलते थोड़ी ढील दी गई थी। मगर गुरुवार को यह परीक्षा सिर्फ एक शिफ्ट कराई गई है।