कन्हैयालाल हत्याकांड के पांचवें दिन रविवार को उदयपुर में कर्फ्यू में 10 घंटे की ढील दी गई है। सुबह 8 से शाम 6 बजे तक बाजार खुले रहे। इसके बाद कर्फ्यू जारी रहेगा। उदयपुर और जयपुर में रविवार को भी इंटरनेट बंद रहा।
कन्हैयालाल की हत्या के खिलाफ जयपुर में रविवार को प्रदर्शन हुआ। स्टैच्यू सर्किल पर सुबह 10 बजे से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया और हत्याकांड को लेकर विरोध जताया। हिंदू संगठनों (स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल) के साथ कई सामाजिक और धार्मिक संगठन इसमें शामिल हुए। उधर, अजमेर में भी आज सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक सर्व समाज की ओर से बंद आयोजित किया गया।
जयपुर में रविवार को सर्व हिन्दू समाज की ओर से स्टेच्यू सर्किल पर मौन जुलूस निकाला । इसके बाद हनुमान चालीस का पाठ किया। एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। पहले यह कार्यक्रम बड़ी चौपड़ पर प्रस्तावित था। मगर सुरक्षा कारणों और भीड़ अधिक होने की वजह से इसे स्टेच्यू सर्किल पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में भाजपा सांसद रामचरण बोहरा, विधायक कालीचरण सराफ, भाजपा शहर अध्यक्ष राघव शर्मा सहित कई भाजपा नेता भी मौजूद है।
स्टेच्यू सर्किल पर समय से पहले ही लोगों को पहुंचना का सिलसिला शुरू हो गया। रैली में बड़ी संख्या में लोग दूर-दराज से भी जत्थों में नारे लगाते हुए पहुंचे। लोगों ने हत्यारों को फांसी पर लटकाए जाने की मांग की। स्टेच्यू सर्किल पहुंचने वाले लोगों ने पुलिस प्रशासन पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया। लोगों का कहना है कि पुलिस ने सभी जगह बेरीकेड्स लगाकर रास्ता रोक दिया और पैदल भी नहीं आने दे रहे हैं। मंच पर बैठे नेताओं ने पुलिस प्रशासन से अपील कि है कि स्टेच्यू सर्किल पर आने वाले लोगों को रोका नहीं जाएं। रैली को लेकर चारदीवारी में पुलिस का सख्त पहरा रहा। सूरजपोल से लेकर बड़ी चौपड़ तक रास्ते को बंद कर दिया गया है। सूरजपोल से हीरा की मोरी, रामगंज में पुलिस ने बेरीकेड्स लगाकर रास्ता रोका गया है। वाहनों की आवाजाही भी प्रतिबंधित है।
पुलिस ने अजमेर रोड पर भी कई लोगों को रोके रखा। पुलिस ने कई किलोमीटर दूर पहले ही रास्ता रोक दिया जाए ताकि लोग आसानी से स्टेच्यू सर्किल पर नहीं पहुंच पाए। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी को रोका नहीं जा रहा है, हालांकि ट्रैफिक की वजह से वाहनों को आने जाने की अनुमति नहीं दी जा रही।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में संत-महंतों ने भी भाग लिया। मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा, महंत बालमुकुंदाचार्य, रेवासा पीठाधीस के राघवाचार्य, पचार पीठ के सौरभ राघवेंदाचार्य सहित कई संत-महंत सभा में पहुंचे। जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर सहित कई महिलाएं हाथों में तख्तियां थामकर हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग कर रही थीं।
शोक संदेश—उधर, हैदराबाद में चल रही भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शनिवार को एक शोक संदेश पढ़ा गया। एक न्यूज एजेंसी के अनुसार इस संदेश में कन्हैयालाल, पंजाबी सिंगर मूसेवाला समेत मणिपुर लैंडस्लाइड में जान गंवाने वाले सेना के जवानों का नाम शामिल किया गया था।
