
2024 के आम चुनाव से पहले आधार कार्ड से मतदाता सूची को लिंक किया जाएगा, जिसमें मतदाताओं की वोटर आइडी उनके आधार नंबर के साथ लिंक होगी। इसके लिए मतदाताओं को फार्म -6बी भरकर जमा करना होगा।
चुनाव आयोग द्वारा 31 मार्च 2023 तक 100 फीसदी मतदाताओं से स्वेच्छा से आधार नंबर जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। चुनाव आयोग के प्रधान सचिव अजोय कुमार ने राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को दिशानिर्देश दिए हैं, जिसमें आधार नंबर को लेने व उसे वोटर आईडी के साथ लिंक करने के कानूनी प्रावधान को भी समझाया है।
मतदाताओं को अपने वोटर आईडी कार्ड के साथ आधार कार्ड के नंबर को लिंक करने के लिए फार्म -6बी भरकर जमा करना होगा। हालांकि अभी यह पूरी तरह से मतदाताओं के लिए स्वैच्छिक है, वह अपनी इच्छा के अनुसार लिंक करा सकते हैं। अगर कोई मतदाता आधार व वोटर आईडी को लिंक नहीं कराते हैं, तो अभी उनकी कोई भी जानकारी मतदाता सूची से नहीं हटाई जाएगी।
अजोय कुमार ने बताया कि जुलाई महीने में कर्मचारियों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं 1 अगस्त से 31 दिसंबर तक जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिसमें लोगों से घर-घर जाकर संपर्क किया जाएगा। साथ ही कैंप लगाकर मतदाताओं को वोटर आईडी से आधार कार्ड लिंक कराने व आधार नंबर देने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
चुनाव आयोग ने चेतावनी दी कि अगर आधार कार्ड को वोटर आइडी से जोड़ने के लिए मतदाताओं द्वारा दिया गया फॉर्म लीक हुआ तो मतदान अधिकारी पर कार्रवाई हो सकती है। अजोय कुमार ने कहा कि इस फैसले से मतदाताओं की पहचान करना, मतदाता सूची में शामिल जानकारियों का सत्यापित करना आसान हो जाएगा। इसके साथ ही एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में नाम रजिस्टर कराने वालों की पहचान भी हो सकेगी।