केंद्र सरकार 15 अगस्त को कैंसर, डायबिटीज, दिल की बीमारी औऱ अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज की दवाओं के दाम में 70 फीसदी की कमी कर सकती है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार कई महत्वपूर्ण दवाओं की ऊंची कीमतों को लेकर चिंतित है, जिसको नियंत्रित करने को लेकर सरकार काम कर रही है।
प्रस्ताव के अनुसार दवाओं की कीमत में 70 फीसदी की कमी की जाएगी। हालांकि अभी अंतिम निर्णय होना बाकी है। सरकार जरूरी दवाओं की राष्ट्रीय सूची 2015 को भी संशोधित करने के लिए काम कर रही है। इस सूची में उन दवाओं को शामिल किया जाएगा जो वर्तमान में ज्यादा इस्तेमाल में ली जा रहीं हैं।
मीडया रिपोर्ट के अनुसार सरकार उन बीमारियों की दवाओं के व्यापार में मार्जिन को कम करने के बारे में विचार कर रही है, जो रोगियों के द्वारा लंबे समय तक खाई जाती है। इसी बीच 22 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने फार्मा उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक बुलाई है जो 26 जुलाई को होगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ दवाओं के व्यापार में अभी 1000 फीसदी अधिक का मार्जिन है।
अगस्त 2021 में स्वास्थ्य मंत्री ने संसद में बताया था कि जरूरी दवाओं की राष्ट्रीय सूची के तहत दवाओं की कीमतों में अधिकतम संशोधन किया गया है, जिससे 12,500 करोड़ रुपए हर साल बचत का अनुमान है। इस सूची में अभी कैंसर, डायबिटीज, दिल की बिमारी, घुटने के प्रत्यारोपण जैसी कई गंभीर बिमारियों शामिल हैं।
