
भारत के लिए टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले सनसनीखेज आरोप लगाया है। लवलीना का कहना है कि वे प्रताड़ना का शिकार हो रही हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं और उन्हें कोच के साथ ट्रेनिंग नहीं करने दी जा रही है।
लवलीना ने ट्वीट किया, आज मैं बड़े दुख के साथ कहती हूं कि मेरे साथ बहुत हैरेसमेंट हो रहा है। जिस कोच ने मुझे ओलिंपिक में मेडल जीतने में मदद की, उन्हें बार-बार हटा दिया जा रहा है। इससे मेरे ट्रेनिंग प्रोसेस पर बुरा असर हुआ है। इंग्लैंड आने से पहले भी मुझे अपने कोच के साथ ट्रेनिंग करने में बहुत मुश्किल हुई। बार-बार हाथ जोड़ कर मिन्नत करने के बावजूद बहुत देर से उन्हें जॉइन कराया जाता है।
मुझे ट्रेनिंग में बहुत परेशानी उठानी पड़ती है और मेंटल हैरेसमेंट तो होता ही है। अभी तक मेरी कोच संध्या को कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज के बाहर रखा गया है। उन्हें एंट्री नहीं मिल रही है। ऐसा तब हो रहा है, जब कॉमनवेल्थ गेम्स में मेरे मुकाबले शुरू होने में 8 दिन ही बचे हैं। मेरे दूसरे कोच को भी वापस भारत भेज दिया गया है। मुझे समझ नहीं आ रहा मैं कैसे फोकस करूं? इसी के कारण पिछली वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी मेरा परफॉर्मेंस खराब हुआ था। अब राजनीति के कारण मैं कॉमनवेल्थ भी खराब नहीं करना चाहती हूं। आशा करती हूं कि मैं मेरे देश के लिए इस राजनीति को तोड़कर मेडल ला पाऊं। जय हिंद।’
इस संबंध में भारतीय टीम के चीफ कोच पीसी भट्ट ने बताया कि लवलीना तो अभी हमारे साथ ब्रेकफास्ट कर के गई है। ऐसा कुछ होता तो हमें जरूर बताती। कोच को आने में देरी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आईओए से उनका नाम नहीं आया था। इसलिए वे देरी से आईं। वहीं, गेम्स विलेज में एंट्री पर कहा कि वहां सीमित खिलाड़ी और कोच ही जा सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए खिलाड़ियों और स्टाफ की जो सूची 6 जुलाई को पहली बार भेजी थी, उसमें लवलीना के कोच संध्या का नाम नहीं था। 18 जुलाई को भी फेडरेशन की ओर से दूसरी सूची भेजी गई थी, उसमें भी उनके कोच का नाम नहीं था। लवलीना की ओर से बार- बार मांग किए जाने के बाद संध्या का नाम स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया को भेजा गया, जिसके बाद कोच के जाने पर साईं ने हरी झंडी दी।