अजमेर में इंजीनियर्स की अश्लील पार्टी के वीडियो को लेकर बवाल अभी थमा नहीं है। पार्टी को लेकर सस्पेंड हुए सुपरीटेंडेंट इंजीनियर(विजिलेंस) बीएस सोनी पर आरोप लग रहा है कि उन्होंने वीडियो बनाने वाले दो लोगों के खिलाफ मनमाने ढंग से कार्रवाई की है।
बताया जा रहा है कि सोनी ने सस्पेंड होने से पहले एईएन मनीष दत्ता के खिलाफ विजिलेंस चैकिंग रिकॉर्ड(वीसीआर) सही नहीं भरने को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, दत्ता के हेल्पर राजेन्द्र मीणा को अजमेर से हटाकर वापस नसीराबाद भेज दिया। राजेंद्र का वीडियो में चेहरा दिख रहा है, इसलिए शक जताया जा रहा है कि उसने ही वीडियो लीक किए हैं।
27 जुलाई को एईएन दत्ता के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई थी। आरोप है कि दत्ता ने विजिलेंस चैकिंग रिपोर्ट(वीसीआर) सही नहीं भरी। एईएन दत्ता का कहना रहा कि अफसरों को उन पर वीडियो वायरल करने का शक है, जबकि वीडियो कई लोग बना रहे थे। उनके खिलाफ की गई कार्रवाई पूरी तरह से दुर्भावनापूर्ण है। जांच कमेटी जब जांच करेगी तो सच सामने आ जाएगा।
इस मामले में निलंबित एसई बीएस सोनी का कहना है कि हेल्पर राजेन्द्र मीणा मूलत: नसीराबाद में पोस्टेड है। अजमेर का अतिरिक्त काम था। उसे अब अतिरिक्त काम से मुक्त कर दिया। इसके लिए शुक्रवार को आदेश जारी किए गए थे। जहां तक एईएन दत्ता की बात है तो एमडी के आदेश पर जांच शुरू की गई है। उन्होंने कहा, इन सब बातों का वायरल वीडियो से कोई ताल्लुक नहीं है।
