
केंद्र सरकार ने बुधवार को बताया कि चीन और दूसरे देशों द्वारा विकसित ऐसे 348 मोबाइल ऐप की पहचान कर उन्हें प्रतिबंधित किया गया है, जो यूजर्स की जानकारी एकत्र कर देश के बाहर स्थित सर्वरों को अनधिकृत तरीके से भेज रहे थे।
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने लोकसभा में रोडमल नागर के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। सदस्य ने पूछा था कि क्या सरकार ने देश से बाहर सूचना भेजने वाले किसी ऐप की पहचान की है और अगर ऐसे किसी ऐप का पता चला है तो क्या उन्हें प्रतिबंधित किया गया है। जवाब में मंत्री ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ऐसे 348 ऐप की पहचान की और उसके अनुरोध पर इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इन सभी ऐप्लीकेशन को ब्लॉक कर दिया है। इस तरह के डेटा प्रसारण भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा और राज्य की सुरक्षा का उल्लंघन करते हैं। चंद्रशेखर ने बताया कि इन ऐप को चीन समेत विभिन्न देशों द्वारा विकसित किया गया है। हाल ही में गेमिंग दिग्गज क्राफ्टन के एक लोकप्रिय बैटल रॉयल गेम, बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया (बीजीएमआई) को भी प्ले स्टोर से हटा दिया दिया गया है।
इसबीच, गूगल ने कहा है कि उसे इस संबंध में सरकार से आदेश मिलने के बाद ऐप के एक्सेस को ब्लॉक कर दिया गया है। सितंबर 2020 में डेटा सुरक्षा का हवाला देते हुए क्राफ्टन के प्लेयर अन नोन बैटलग्राउंड (पबजी) को 117 अन्य चीनी ऐप्स के साथ बैन कर दिया गया था।
गूगल ने भारत के नए आईटी नियम 2021 को ध्यान में रखते हुए जून 2022 में 1,11,493 खराब कंटेंट को हटाया भी है। कंपनी ने यह कदम देश भर में यूजर्स द्वारा दायर 32,717 शिकायतों के कारण उठाया। गूगल द्वारा हटाई गई सामग्री कॉपीराइट उल्लंघन, ट्रेडमार्क, न्यायालयों के आदेश, ग्राफिक यौन सामग्री, धोखाधड़ी और कुछ अन्य मसलों से जुड़ी थी। जून में गूगल को कॉपीराइट मुद्दों (96.1%) के लिए सबसे अधिक शिकायतें मिलीं थीं।