
बढ़ती महंगाई से चिंतित भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.50 फीसदी का इजाफा किया है। इससे यह रेट 4.90 फीसदी से बढ़कर 5.40 फीसदी हो गई है। इस फैसले से होम लोन से लेकर ऑटो व पर्सनल लोन, सब कुछ महंगा होने वाला है। कर्जदारों को ज्यादा ईएमआई चुकानी होगी।
इस बढ़ोतरी के बाद ब्याज दरें अगस्त 2019 के स्तर पर पहुंच गई है। ब्याज दरों पर फैसले के लिए 3 अगस्त से मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग चल रही थी। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में ब्याज दरें बढ़ाने की जानकारी दी।
मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग हर दो महीने में होती है। इस वित्त वर्ष की पहली मीटिंग अप्रैल में हुई थी। तब रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 4 फीसदी पर स्थिर रखा था। लेकिन 2 और 3 मई को आपात बैठक बुलाकर रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाकर 4.40 फीसदी कर दिया था। 22 मई 2020 के बाद रेपो रेट में ये बदलाव हुआ था। इस वित्त वर्ष की पहली मीटिंग 6-8 अप्रैल को हुई थी। इसके बाद 6 से 8 जून को हुई मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग में रेपो रेट में 0.50 फीसदी इजाफा किया है। इससे रेपो रेट 4.40 फीसदी से बढ़कर 4.90 फीसदी हो गई थी। अब अगस्त में इसे और बढ़ाया गया है।