कोटा गवर्मेंट आर्ट्स कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष सामरिया आज लाल बत्ती लगी गाड़ी में कॉलेज पहुंचे। चुनाव जीतने के बाद पहली बार वह कॉलेज पहुंचे थे। कॉलेज पहुंचने पर छात्रों ने उन्हें माला पहनाकर स्वागत किया। जमकर नारेबाजी की। मनीष से लाल बत्ती लगाने का कारण पूछा तो कहा- नेताओं को जनता चुनती है। ये बड़े-बड़े नेता लाल बत्ती लगाकर घूम सकते है, तो मुझे भी छात्रों ने चुना है, मैं लाल बत्ती क्यों नहीं लगा सकता।
मनीष ने कहा- छात्रसंघ अध्यक्षों को भी लाल बत्ती लगाने का अधिकार मिलना चाहिए। लाल बत्ती लगाना कानून के खिलाफ है तो हटा देंगे। ये अन्याय है। सभी की लाल बत्ती हटनी चाहिए। मैंने खबरों में आने के लिए गाड़ी पर लाल बत्ती नहीं लगाई है। जिस कॉलेज में छात्रसंघ अध्यक्ष बना हूं, इस कॉलेज के छात्रों की इच्छा थी कि में लाल बत्ती लगी गाड़ी में आऊं। छात्रों की इच्छा पूरी करने के लिए लाल बत्ती की गाड़ी में आया हूं। सभी छात्र बड़े खुश हुए है।
वहीं कॉलेज की कार्यवाहक प्राचार्य सरिता शर्मा ने बताया कि उन्हें छात्रसंघ अध्यक्ष के लाल बत्ती की गाड़ी में कॉलेज कैंपस में आने की जानकारी नहीं है। ये नियमानुसार सही नहीं है। वैसे लाल बत्ती की गाड़ी की अनुमति तो विशिष्ट लोगों को प्राप्त है। यदि ऐसा हुआ है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
वरिष्ठ वकील अख्तर खान अकेला ने बताया की मोटर व्हीकल एक्ट के तहत अभी किसी भी व्यक्ति को अपने वाहन पर लाल बत्ती लगाने का अधिकार नहीं है। लाल बत्ती लगाकर खुद को वीआईपी जैसा दिखाने पर माननीय उच्चतम न्यायालय ने रोक लगा दी थी। उसके बाद सरकार ने भी कानून बनाकर इसे अवैध घोषित किया था। इसे कोई नहीं लगा सकता।
वाहन पर अवैध रूप से लाल बत्ती लगाने पर 1 हजार का जुर्माना और 3 महीने की सजा का प्रावधान है। इसके अलावा जो कोई व्यक्ति इसका हकदार नहीं है, वो लोगों के सामने खुद को वीआईपी की तरह प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहा है। तो ऐसे मामले में गाड़ी मालिक व ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई संभव है। गाड़ी का रजिस्ट्रेशन व ड्राइविंग लाइसेंस कैंसिल हो सकता है।
