मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज इन्दिरा रसोई योजना की समीक्षा बैठक ली। बैठक में तय किया गया कि हर माह एक विधायक किसी भी दिन जाकर इन्दिरा रसोई में खाना खाएंगे। इससे भोजन की गुणवत्ता भी बनी रहेगी और निरीक्षण भी हो जाएगा। सीएम गहलोत ने कहा कि यह फैसला इसलिए किया गया हैं कि, ताकि आम जन को यह भरोसा हो कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण, पौष्टिक भोजन मिलता रहेगा। राजस्थान में करीब एक हजार इंदिरा रसोई का संचालन किया जा रहा हैं। इसमें आठ रूपए में भोजन उपलब्ध होता है।
दो साल पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत की थी। इसकी मॉनिटरिंग के लिए ऐप भी बनाई गई है। शुरूआत में 7 जिला मुख्यालय इस कार्यक्रम से जुड़े थे। इसमें नगर निगम जयपुर ग्रेटर और हैरिटेज में दस-दस स्थानों पर रसोई शुरू की गई थी। इस रसोई में लोगों को सिर्फ 8 रुपए में खाना मिल रहा है। एक थाली में 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 250 ग्राम चपाती और अचार दिया जाता है। दोपहर का खाना सामान्यतः सुबह 8.30 बजे से 1 बजे तक और रात का खाना शाम 5 बजे से 8 बजे तक मिलता है। भोजन करने के लिए किसी भी प्रकार के दस्तावेज की कोई आवश्यकता नहीं है। कोई भी व्यक्ति 8 रुपए में भोजन की थाली प्राप्त कर सकता है।
