राजस्थान में सर्द मौसम से 20 दिन पहले ही ठंड आ गई है। सुबह और रात में सर्दी महसूस होने लगी है। एक दिन पहले सीकर में रात का तापमान 10.5 डिग्री तक पहुंचने के बाद गुरुवार सुबह मौसम विभाग की रिपोर्ट में हनुमानगढ़ के संगरिया में न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। चित्तौड़गढ़ में 13.7 डिग्री पारा रिकॉर्ड हुआ है। चूरू में 14.5, अलवर और करौली में 15.2 डिग्री,चित्तौड़गढ़ में 15.5, बारां के अंता में 15.7, उदयपुर के डबोक में 15.8 डिग्री सेल्सियस तक न्यूनतम तापमान लुढक गया है।
राजस्थान में 15 नवम्बर के बाद ठंड की शुरुआत मानी जाती है। इस साल 26 अक्टूबर से ही प्रदेश की हवा में ठंडक घुलने लगी है। रात के तापमान में भी 1 से 5 डिग्री तक की गिरावट बीते 3 दिन में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में देखी गई है। सीकर और हनुमानगढ़ के संगरिया में 5 डिग्री, भीलवाड़ा में 2 डिग्री, वनस्थली में 2 डिग्री, कोटा में 2.1 डिग्री, जवाई बांध पाली में 2 डिग्री, जोधपुर के फलौदी में 4 डिग्री, श्रीगंगानगर में 2 डिग्री, चूरू में 1.8 डिग्री और बीकानेर में 1.6 डिग्री, जयपुर में 1.1 डिग्री, पिलानी झुंझुनूं में 1.1 डिग्री, जैसलमेर में 1.2 डिग्री तक न्यूनतम तापमान में गिरावट इस दौरान दर्ज की गई है।
राजस्थान में नवम्बर के आखिरी हफ्ते से ही इस बार तेज ठंड की शुरुआत हो जाएगी। जैसी ठंड 15 दिसंबर बाद पड़ती है, उसका एहसास 20 दिन पहले ही प्रदेश में होने लगेगा। आम तौर पर 15 फरवरी तक प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ती है। इस बार 15-20 दिन बाद तक यानी मार्च के शुरुआती हफ्ते तक ठंड कायम रहेगी। इस बार शीतलहर लम्बे वक्त तक प्रदेश में रहेगी।
मौसम विभाग ने अगले एक हफ्ते तक मौसम सूखा रहने की सम्भावना जताई है। इस दौरान बारिश नहीं होगी। अब प्रदेश में धीरे-धीरे ठंड बढ़ेगी। खुश्क हवाओं और नमी नहीं होने के कारण रात के न्यूनतम तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज की जा सकती है। दिन के तापमान में भी गिरावट धीरे-धीरे होगी। लोगों को अब सुबह-शाम ठंडक का एहसास रहेगा। खासकर खुले इलाके में रहने वालों, 2 व्हीलर पर आने-जाने वालों को ठंडी हवा से दो-चार होना पड़ेगा।
