आखिरकार गुजरात में ठीक एक महीने बाद विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा आज कर दी गई। चुनाव अभियान के लिए केवल एक माह का समय दिए जाने का मकसद साफ है। केन्द्र औऱ गुजरात की भाजपा सरकारें विपक्षी दलों को ज्यादा वक्त मैदान में बिताने नहीं देना चाह रही थीं। ताकि वे भाजपा के खिलाफ माहौल औऱ गरमाने की कोशिश न कर सकें।
फटाफट चुनाव प्रक्रिया पूरी कराने के इरादे से चुनाव आयोग ने गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने गुरुवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि गुजरात में विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे। 89 सीटों के लिए 1 दिसंबर को और 93 सीटों के लिए 5 दिसंबर को वोटिंग होगी। गुजरात चुनाव के नतीजे हिमाचल प्रदेश के साथ ही 8 दिसंबर को आएंगे। चुनाव आयोग की ओर से कार्यक्रम जारी होने के साथ ही गुजरात में आदर्श चुनाव संहिता भी लागू हो गई।
ज्ञात हो कि गुजरात औऱ हिमाचल प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव साथ ही हुए थे। इसबार भी ऐसा ही माना जा रहा था। पर केन्द्र सरकार को गुजरात में चुनावी रेवड़ियां बांटने का अतिरिक्त समय देते हुए दीवाली से पहले केवल हिमाचल में चुनाव का ऐलान किया गया।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- कोई ईवीएम पर सवाल उठाता है और वो चुनाव जीत जाता है तो सवाल बंद हो जाते हैं। हमारा मकसद निष्पक्ष चुनाव है और चुनाव आयोग आज नहीं बना। हमेशा से ही हमारी निष्पक्षता जगजाहिर रही है। जब क्रिकेट का मैच होता है तो दोनों पार्टियां अंपायर को दोषी बताती हैं। यहां कोई थर्ड अंपायर तो है नहीं। चुनाव आयोग आज तो बना नहीं है ये एक विरासत है। हमारी ड्यूटी यह है कि निष्पक्षता जो पहले से बनी है, उसे हम आगे बढ़ाएं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने गुजरात में पिछले छह विधानसभा चुनावों में लगातार जीत दर्ज की है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 99 सीट जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 77 सीट मिली थीं। प्रतिशत के लिहाज से देखा जाए तो उस चुनाव में भाजपा को 49.05 प्रतिशत मत मिले थे, जबकि कांग्रेस को 42.97 प्रतिशत मत मिले थे।
पिछले विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल हो गए। इस वजह से विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़कर 111 हो गई, जबकि कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 62 पर पहुंच गई। इस बार के विधानसभा चुनाव में दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी भी अपना दमखम दिखाने जा रही है। पंजाब विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब तक दर्जनों बार गुजरात का दौरा कर चुके हैं।
