रसोई गैस सिलेंडर (एलपीजी) जल्द ही क्यूआर कोड के साथ आएंगे। उसके बाद उपभोक्ता सिलेंडर के बारे में सबकुछ जान पाएंगे। मसलन, उसे कब रिफिल किया गया, उसमें वजन कितना है और गैस चोरी तो नहीं हुई है आदि।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने ट्विटर प्रोफाइल पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, फ्यूलिंग ट्रेसिबिलिटी! एक उल्लेखनीय इनोवेशन – यह क्यूआर कोड मौजूदा सिलेंडरों पर लगाया जाएगा और नए सिलेंडरों पर वेल्ड किया जाएगा। इसके सक्रिय होने पर इसमें गैस सिलेंडर की चोरी, ट्रैकिंग और ट्रेसिंग और बेहतर इन्वेंट्री मैनेजमेंट के कई मौजूदा मुद्दों को हल करने की क्षमता है।
गैस सिलेंडर उपभोक्ता क्यूआर कोड स्कैन करके यह पता पाएंगे कि वह सिलेंडर किनती बार रिफिल हो चुका है अथवा भरा जा चुका है। यह जानकारी भी मिलेगी कि उसे कहां भरा गया है, उसकी टेस्टिंग हुई है या नहीं। सिलेंडर का वजन समेत कुछ और जानकारियां भी मौजूद रहेंगी। पुरी ने बताया कि आने वाले 3 महीनों में सभी गैस सिलेंडरों पर क्यूआर कोड लग जाएगा। मतलब, फरवरी 2023 से लोगों के घर पहुंचने वाले सिलेंडर पर क्यूआर कोड होगा।
