भारत जोड़ो यात्रा पर निकले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज साफ संकेत दे दिया कि सचिन पायलट को पार्टी किनारे नहीं लगा सकती है। लिहाजा सीएम अशोक गहलोत उनके बारे में बुरा-भला कहने से बचें। हालांकि राहुल ने पायलट के साथ गहलोत को भी महत्व देते हुए दोनों नेताओं को कांग्रेस के लिए निधि समान बताया।
राहुल इंदौर में प्रत्रकारों से बात रहे थे। उन्होंने पायलट को गहलोत के गद्दार कहने की घटना को ज्यादा तवज्जो नहीं दी और गहलोत व पायलट को साथ लेकर चलने की बात कही। राहुल गांधी से जब पायलट के गद्दारी करने को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा- मैं इस पर जाना नहीं चाहता हूं कि किसने क्या कहा, दोनों नेता पार्टी के ‘एसेट’ हैं। मैं आपको एक बात की गारंटी दे सकता हूं कि इसका भारत जोड़ो यात्रा पर कोई असर नहीं होगा।
राहुल गांधी के इस बयान के बाद कांग्रेस की अंदरूनी सियासत को लेकर चर्चाएं शुरु हो गई हैं। इस बयान को राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा के आने से पहले ही दोनों नेताओं को साथ लाने के प्रयास के तौर पर भी देखा जा रहा है। कल कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी कहा था कि पार्टी को अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों की जरूरत है।
भारत जोड़ो यात्रा 5 दिसंबर के आसपास राजस्थान में प्रवेश कर रही है। यात्रा के राजस्थान आने से पहले ही राहुल गांधी ने यह बयान देकर इस बात के संकेत दे दिए हैं कि पार्टी इस मुद्दे को तूल नहीं देना चाहती। अब राहुल गांधी की यात्रा तक राजस्थान को लेकर कोई फैसला होने की उम्मीद नहीं है। इससे गहलोत और पायलट खेमे की खींचतान जस की तस रहने के आसार बनते दिख रहे हैं।
