राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक व्यक्ति ने बीमा के 1.90 करोड़ रुपए के लिए पत्नी और साले की हत्या करवा दी। हत्या को सड़क हादसे का रूप दिया गया। लेकिन पुलिस ने जांच की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने महिला के पति महेश चंद्र धोबी (38), हत्या करने वाले हिस्ट्रीशीटर समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामला जयपुर के हरमाड़ा थाने का है।
पुलिस के अनुसार हरमाड़ा थाना इलाके में 5 अक्टूबर को कार की टक्कर से स्कूटी सवार भाई-बहन की मौत हो गई थी। शालू नाम की महिला की मौत मौके पर हुई थी। वहीं, भाई राजू दसलानिया ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। हरमाड़ा पुलिस ने जांच शुरू की। जांच में पुलिस को जानकारी मिली थी कि मृतका शालू के पति महेश ने हाल ही में पत्नी का 1.90 करोड़ का इंश्योरेंस कराया था। इंश्योरेंस की शर्त थी कि अगर सड़क दुर्घटना में शालू की मौत होगी तो यह पैसा महेश को मिलेगा। इस पर पुलिस का शक महेश पर गहराता गया।
शालू की शादी वर्ष 2015 में आरोपी महेश चंद के साथ हुई थी। साल 2017 में शालू ने एक बेटी को जन्म दिया था। साल 2022 में महेश चंद ने एक प्लान बनाया कि पत्नि का बीमा करवाकर उसकी हत्या को दुर्घटना में तब्दील कर क्लेम उठाया जाए। 2017 में महेश व शालू पारिवारिक कलेश के चलते अलग—अलग रह रहे थे। महेश 2022 में शालू से नजदीकी बनाने लगा। मृतका से फोन पर बात करने लगा। अप्रैल में उसके घर भी गया। बताया- थोड़े टाइम बाद में तुझे घर ले जाउंगा। आरोपी ने मई 2022 में उसका बीमा करवा दिया।
इसके बाद आरोपी महेश चंद ने एक प्लानिंग बनाई। मृतका शालू को बताया कि बालाजी से कोई मन्नत बोल रखी है। तुम्हे बालाजी के 11 बार रेगुलर दर्शनों के लिए बाइक पर जाना होगा। ताकि मेरा काम हो जाएगा। उसके बाद तुझे अपने साथ ले जाउंगा। यह बात आप और किसी को मत बताना। इसके बाद शालू बालाजी के दर्शन के लिए जाने लगी थी।
पूछताछ में महेश ने बताया कि दोस्त हिस्ट्रीशीटर मुकेश को अपनी पत्नी को मारने की सुपारी दी थी। मुकेश ने 10 लाख रुपए में सुपारी दी थी। 5.50 लाख एडवांस दिए। हिस्ट्रीशीटर ने दोस्तों के साथ मिलकर कार से शालू और उसके भाई को टक्कर मारी। इससे शालू की सड़क पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी। शालू के भाई की उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हुई थी। महेंद्र और प्रमोद की तलाश की जा रही है।
पत्नी की सुपारी देने के बाद आरोपी सोनू की अल्टो कार से मुकेश सिंह, महेन्द्र, सोनू सिंह और महेश चंद ने 4-5 बार शालू को मारने की कोशिश की। इसमें सफल नहीं हो पाए। मुकेश सिंह को लगा कि अल्टो द्वारा टक्कर मारने से शालू बच सकती है। इस पर मुकेश सिंह ने प्रमोद नाम के युवक को भी अपने साथ शामिल किया। राकेश कुमार बैरवा से मिलकर घटना को अंजाम देने की योजना बनाई। इसमें तय हुआ कि सुबह महेश की सूचना पर राकेश बैरवा की सफारी गाड़ी से शालू और उसके बुआ का लड़के राजू को टक्कर मारनी है। राकेश बैरवा ने कहा- मैं वहां मौके पर नहीं जाउंगा। होटल में रहूंगा। मेरी गाड़ी अगर पुलिस थाने में बंद हो जाती है तो मुझे नई गाड़ी दिलवानी होगी।
हरमाड़ा थाना पुलिस ने इस मामले को पहले दुर्घटना में दर्ज किया। मौके के सीसीटीवी फुटेज देखे गए तो पता चला का बाइक अपनी लाइन में चल रही थी। सफारी कार जान बूझ कर बाइक को टक्कर मारकर फरार हो गई। पुलिस ने मृतका के पति महेश चंद्र को गिरफ्तार किया। वहीं, सुपारी लेने वाले मुकेश सिंह राठौड़, राकेश कुमार बैरवा, सोनू सिंह को गिरफ्तार किया गया।
