राजस्थान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट ने कहा है कि राजनीतिक जीवन में मर्यादाओं का मान-सम्मान और सीमाओं का पालन करना बहुत जरूरी है। ‘आजतक’ से खास बातचीत में उन्होंने कहा, मैं कभी ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहता हूं जो मैं खुद के लिए नहीं सुनना चाहता। कुछ दिन पहले राजस्थान सीएम अशोक गहलोत की ओर से की गई बयानबाजी की ओर इशारा करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि शब्दों का चयन बहुत महत्वपूर्ण होता है।
पायलट ने कहा कि जो बात आपके मुंह से निकल जाता है वो वापस नहीं आ सकती है। हमारा आचरण, हमारी बोली और हमारी सोच ही युवाओं को प्रेरणा दे सकती है। पायलट ने अशोक गहलोत को लेकर कहा कि हम लोग साथ-साथ हैं। हम लोग एक साथ चुनाव जीते हैं और आज हम सत्ता में हैं।
पायलट से पूछा गया कि जब आप राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में जाते हैं तो लोगों को क्यों खलता है? जवाब में उन्होंने कहा कि किसी को कुछ नहीं खलता है। कोई खलबली नहीं मचती है। सब लोग खुश हैं, सब लोग अपने रोल अलग-अलग बांट लेते हैं। राजस्थान के राजनीतिक परिदृश्य से अजय माकन के गायब होने पर उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी उन्हीं को दी गई है जो कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। हमारे प्रदेश अध्यक्ष ने कमेटी बनाई है, मैं अजय माकन जी के प्रकरण पर कमेंट नहीं करना चाहता हूं। इस समय उनके बारे में बोलना ठीक नहीं है।
