कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश करने से पहले ही झालावाड़ में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के खेमों में पार्टी बंटी हुई दिख रही है। जहां गहलोत समर्थकों ने होर्डिंग्स, पोस्टर, बैनर पर पायलट का फोटो नहीं लगाया है, वहीं पायलट समर्थक गहलोत के फोटो से परहेज कर रहे हैं।
‘भारत जोड़ो’ यात्रा के स्वागत में लगे ये पोस्टर अलग ही कहानी बयां कर रहे हैं। यात्रा मध्यप्रदेश से राजस्थान के झालावाड़ जिले में प्रवेश करेगी। इसको लेकर मध्य प्रदेश की सीमा से झालावाड़ तक लगाए गए बैनर और पोस्टरों पर सिर्फ पायलट ही दिखाई दे रहे हैं। सड़क के दोनों ओर पोस्टरों पर राहुल गांधी और सचिन पायलट की बड़ी-बड़ी तस्वीरें दिखाई दे रही हैं। सीएम गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का चेहरा बहुत कम दिखाई दे रहा है।
झालावाड़ में प्रवेश करते ही राहुल गांधी के स्वागत में हजार के करीब बैनर लगाए गए हैं। झालावाड़ में बस स्टैंड पर हर तरफ सिर्फ सचिन पायलट ही नजर आ रहे थे। सड़क के डिवाइडरों, बिजली के खंभों, घरों पर लगे होर्डिंग्स पर सिर्फ पायलट दिखाई दे रहे हैं। झालावाड़ में चारों सीटों पर चुनाव लड़ चुके कांग्रेस प्रत्याशी और संगठन में मजबूत पदाधिकारियों ने राहुल के स्वागत में लगाए पोस्टरों में पायलट को खासी जगह दी है।
इनके अलावा जो बैनर-पोस्टर राहुल गांधी के नाइट स्टे और लंच ब्रेक के बाद रेस्ट करने वाली जगहों पर लगाए गए हैं, उनमें गहलोत और उनकी सरकारी योजनाएं नजर आ रही हैं। राहुल गांधी को अपनी फ्लैगशिप योजनाओं से रूबरू कराने के लिए इनके बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं। इनमें चिरंजीवी को हेल्थकेयर का राजस्थान मॉडल बताया गया है। राजस्थान में हुई भर्तियां, रोजगार देने, किसानों को हर माह बिजली बिल अनुदान देन जैसी जो भी योजना गहलोत सरकार लाई है, उनके बड़े-बड़े बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं।
सियासी संकट के बीच गहलोत यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने जो योजनाएं शुरू की, वो लोगों को पसंद आ रही हैं। राहुल खुद भी गहलोत सरकार की योजनाओं की तारीफ कर चुके हैं।
