राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर राजू ठेहट का शव करीब 50 घंटे बाद परिवार वाले लेने को तैयार हुए। इससे पहले सीकर के एसके हॉस्पिटल में करीब 3 घंटे पोस्टमॉर्टम चला। राजू ठेहट को 25 गोलियां लगी थीं। बदमाशों ने दोनों कंधे और सीने में गोली मारी थी। सोमवार दोपहर पौने 3 बजे परिवार वाले शव लेकर गांव रवाना हुए। गांव में शव पहुंचते ही भीड़ राजू ठेहट और आरटीजी जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। शाम करीब साढ़े पांच बजे गैंगस्टर का अंतिम संस्कार हुआ।
राजू ठेहट का शव एंबुलेंस से उसके पैतृक गांव ठेहट शाम करीब 4.30 बजे लाया गया। उसके अंतिम दर्शन करने रिश्तेदार, समाज और गांव के लोगों की भीड़ थी। घर से करीब 200 मीटर दूर खेत में ही अंतिम क्रिया की गई। गैंगस्टर का शव देखते ही उसकी पत्नी विमला बेसुध हो गई। परिवार के लोगों ने उसे संभाला और शव के पास लेकर गए। ठेहट के दोनों बेटों चीकू और नमन ने अंतिम क्रिया की। ठेहट का भाई और भतीजे भी मौजूद रहे। एसके हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम के बाद गैंगस्टर राजू ठेहट का शव उसके भाई को सौंपा गया। गांव में भाजपा के किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हरिराम रनवा भी मौजूद थे।
इस मामले में गिरफ्तार दो बदमाश विक्रम और मनीष को पुलिस जाब्ते के बीच आज सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उनको 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया। इस दौरान क्वीक रिस्पॉन्स टीम के जवान हथियार लेकर तैनात रहे।
