लोग अब कोविड से बचाव के लिए बनी वैक्सीन लगवाने नहीं आ रहे। इसे देखते हुए राजस्थान में स्वास्थ विभाग ने अपनी 90 फीसदी वैक्सीनेशन साइट्स बंद कर दी हैं। इस कारण सरकार के पास वैक्सीन का बचा स्टॉक खराब होने के कगार पर है। इस महीने राजस्थान के अलग-अलग सेंटर्स पर रखी 1.60 लाख से ज्यादा डोज खराब हो गई।
स्वास्थ विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार पूरे प्रदेश में 12 साल या उससे ज्यादा के आयुवर्ग के अब तक 5 करोड़ 70 लाख से ज्यादा लोगों ने वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसमें से 5 करोड़ 8 लाख 65,601 लोगों का वैक्सीनेशन (दोनों डोज) हो चुका है। विभाग के अनुसार अब तक करीब 73 लाख लोगों ने बूस्टर डोज भी लगाई है।
स्वास्थ विभाग के वैक्सीनेशन प्रोग्राम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. रघुराज सिंह ने बताया कि लोगों में कोविड का डर अब लगभग खत्म हो गया है। इस कारण वैक्सीन सेंटर्स पर लोग कम आ रहे है। हमारे पास कोवैक्सीन की 1.60 लाख डोज बची है, जो लगी नहीं और इस महीने एक्सपायर (अवधि पार) हो रही है। इन डोज को केन्द्र सरकार को वापस भिजवा जा रहा है, ताकि केन्द्र से हमें नई वैक्सीन मिल सके।
स्वास्थ विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार पिछले 6 महीने में 80 फीसदी वैक्सीन साइट्स बंद हो गई। इस साल जनवरी तक जहां पूरे प्रदेश में 5 हजार से ज्यादा साइट्स पर वैक्सीनेशन होता था, वह अब 1 हजार साइट्स तक सीमित हो गया है। हालांकि जरूरत के अनुसार अगर कही मांग होती है तो विभाग की ओर से वहां साइट वापस शुरू कर दी जाती है।
