गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के साथ ही जान गंवाने वाले तारांचद को लेकर सरकार ने कुछ मांगे मानी हैं। तारांचद को भी राजू ठेहट के साथ ही गोली मार दी गई थी। उन्होंने अपनी बेटी के हाथों में दम तोड़ा। ताराचंद नागौर के रहने वाले थे और सीकर में राजू ठेहट के हॉस्टल में रह रही अपनी बेटी की फीस जमा कराने के बाद वापस लौट रहे थे।
इस दौरान बदमाशों ने उनको मार दिया था। उनकी मौत के बाद परिवार को कुछ सुविधाएं देने के लिए सीकर में सांसद हनुमान बेनीवाल, सांसद सुमेधानंद सरस्वती, कांग्रेस एमएलए मुकेश भांकर और अन्य नेता धरने पर बैठ गए थे। धरने के बाद बवाल भी हुआ था। रात में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर धरना दे रहे लोगों को खदेड़ने की कोशिश भी की थी, लेकिन बात नहीं बनी।
आखिर देर रात सरकार से कुछ मांगों के लिए सहमति बनी। कांग्रेस विधायक भाकर ने 6 बिंदुओं में समझौते की मुख्य बातों को साझा किया। बताया कि मृतक के परिजनों की जो मांग थी उन पर सहमति बन गई है। जिनमें मृतक ताराचंद की बेटी को एमबीबीएस के लिए सरकारी सीट, परिवार को आर्थिक मदद, राजू ठेहट परिवार को उच्चस्तरीय सुरक्षा, संपूर्ण जांच आईजी और एसपी की निगरानी में, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर शामिल अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ ही घायल कैलाश सैनी का निशुल्क इलाज और 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता शामिल है।
इसबीच, दो दिन से बंद सीकर के बाजार आज खोले गए। मुख्य बाजारों में पुलिस का पहरा अभी जारी है।
