तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताते हैं कि उनको जयपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है। साकेत गोखले ने बीते दिनों पीएम मोदी के मोरबी दौरे पर 30 करोड़ रुपए खर्च किए जाने का दावा किया था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी साकेत गोखले पर गुजरात के मोरबी हादसे के बाद प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बारे में गलत खबर फैलाने का आरोप है। गोखले की गिरफ्तारी की जानकारी उनकी पार्टी के सहयोगी और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने दी है। टीएमसी के अनुसार गिरफ्तारी के तुरंत बाद उन्हें 2 मिनट कॉल करने की अनुमति दी गई थी। इसके बाद मोबाइल समेत उनका सारा सामान जब्त कर लिया गया। पार्टी ने भाजपा पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया।
साकेत गोखले की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने बताया कि गोखले सोमवार रात 9 बजे विमान से नई दिल्ली से जयपुर पहुंचे थे। यहां लैंड करते ही गुजरात पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। देर रात 2 बजे उन्होंने अपनी मां को फोन पर गिरफ्तारी की जानकारी दी। साथ ही बताया कि गुजरात पुलिस उन्हें अहमदाबाद लेकर जा रही है।
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने आगे बताया कि अहमदाबाद साइबर सेल में साकेत के खिलाफ मोरबी पुल हादसे को लेकर झूठा केस दर्ज हुआ है। ये सब ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस और विपक्ष की आवाज को चुप नहीं करा सकता। गत एक दिसंबर को टीएमसी प्रवक्ता साकेत गोखले ने ट्वीट करते हुए यह दावा किया था कि पीएम मोदी की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपए खर्च किए गए।
टीएमसी प्रवक्ता ने ट्विटर पर एक गुजराती अखबार की क्लीप पोस्ट की थी, जिसमें दावा किया गया कि एक आरटीआई के जवाब में कहा गया है कि पीएम की मोरबी यात्रा के लिए सिर्फ कुछ घंटों के लिए 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इस ट्वीट पर उनके खिलाफ केस दर्ज हो गया था। हालांकि भाजपा ने गोखले के दावे को मनगढ़त बताया था।
अखबार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए गोखले ने दावा किया कि 5.5 करोड़ विशुद्ध रूप से ‘स्वागत, कार्यक्रम प्रबंधन और फोटोग्राफी’ के लिए थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि मोदी के इवेंट मैनेजमेंट और पीआर की लागत 135 लोगों के जीवन से अधिक है, क्योंकि त्रासदी के 135 पीड़ितों के परिवारों में से प्रत्येक को 4 लाख की अनुग्रह राशि दी गई, जो कुल 5 करोड़ रुपये है।
