राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एकबार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चिढने वाला बयान दे दिया। उनकी दुखती रग पर हाथ धरते हुए पायलट ने कहा, गुजरात में जो परिणाम आए हैं, हमारी उम्मीद से बेहद कम हैं। ये आंकड़ा बहुत नीचे रहा। वहीं, हिमाचल प्रदेश के चुनावी नतीजे यह बताते हैं कि अगर कांग्रेस सही रणनीति, प्रचार और तरीके से अपनी बात को रखे तो हम भाजपा को हरा सकते हैं।
यह बात हिमाचल प्रदेश में बतौर पर्यवेक्षक और स्टार प्रचारक चुनावी कमान संभालने वाले सचिन पायलट ने दैनिक ‘भास्कर’ से खास बातचीत में कही। पायलट ने हिमाचल में चुनाव प्रचार के दौरान लगभग 24 सीटों पर 25 से ज्यादा सभाएं की थीं। इनमें से अधिकांश सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार जीते। वर्ष 2018 के बाद पहली बार कांग्रेस किसी राज्य में सरकार बनाने जा रही है।
वहीं, गहलोत गुजरात के चुनाव में वरिष्ठ पर्यवेक्षक थे। उनके नजदीकी नेता राजस्थान के पूर्व चिकित्या मंत्री रघु शर्मा प्रभारी रूप में काम कर रहे थे। आने वाले दिनों में कांग्रेस की गुजरात में शर्मनाक हार औऱ हिमाचल प्रदेश में शानदार जीत से राजस्थान में पायलट का कद बढना तय है।
पायलट हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणामों को पूरी तरह भुनाना चाहते हैं। उन्होंने उक्त बयान देकर साफ संदेश दिया है कि अगर कांग्रेस सही रणनीति से चले तो उत्तर भारत में चुनाव जीत सकती है। पायलट यह बताना चाहते हैं कि उनकी रणनीति और तरीका चुनाव जीताने में कितना कारगर है। हिमाचल में पायलट की सभाओं में भारी भीड़ भी देखने को मिली थी। ऐसे में पायलट यह भी बताना चाहते हैं कि पहले राजस्थान और अब हिमाचल में किस तरह उन्होंने पार्टी को जीत दिलाई है।
अब गुजरात के परिणामों पर चिंतन करने तथा नई रणनीति और नई शुरुआत की बात कहकर पायलट ने गहलोत पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला किया है। वो बताना चाहते हैं कि गहलोत के नेतृत्व में चुनाव जीतना पाना बेहद मुश्किल है। इससे पूर्व जब गहलोत ने पायलट को गद्दार करार दिया था, पायलट ने अपने जवाब में कहा था कि गहलोत के सीएम रहते राजस्थान में दो बार कांग्रेस बुरी तरह से हार चुकी है।
