मां हीराबेन को मुखाग्नि देने के कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काम पर लौट आए। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल को वंदे भारत ट्रेन सहित 7600 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी। इसके लिए प्रधानमंत्री खुद कोलकाता आने वाले थे, लेकिन मां के अचानक निधन के कारण प्रधानमंत्री को अहमदाबाद जाना पड़ा।
इस अवसर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, प्रधानमंत्री जी, आज आपके लिए बहुत दुखद दिन है। मैं भगवान से प्रार्थना करूंगी कि आपको यह दुख सहन करने की क्षमता दे। मैं आपसे अनुरोध करूंगी कि आप इस कार्यक्रम को छोटा रखें, क्योंकि आप अभी अपनी मां के अंतिम संस्कार से आए हैं। आराम कीजिए। यह कहते हुए ममता छोड़ी भावुक हो गईं।
प्रधानमंत्री मोदी की मां हीराबा आज सुबह ही 9:26 बजे पंचतत्व में विलीन हो गईं। नरेंद्र मोदी ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम सफर के दौरान वे मां की पार्थिव देह कंधे पर लेकर गांधी नगर स्थित घर से निकले। यात्रा के दौरान वे शव वाहन में पार्थिव देह के करीब बैठे रहे।
हीराबा मोदी का शुक्रवार तड़के 3:30 बजे यूएन मेहता अस्पताल में निधन हुआ। वे 100 साल की थीं। मंगलवार देर रात सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें कफ की शिकायत भी थी। मोदी ने खुद ही निधन की जानकारी ट्वीट के जरिए दी। इसके बाद सुबह 7:45 बजे अहमदाबाद पहुंचे। यहां से वे सीधे गांधीनगर के रायसण गांव में भाई पंकज मोदी के घर गए। पार्थिव देह यहीं रखी गई थी। मोदी के पहुंचते ही अंतिम यात्रा शुरू हुई। सेक्टर-30 स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। मोदी ने अपना कोई तय कार्यक्रम रद्द नहीं किया। वे अंतिम संस्कार के बाद सीधे अहमदाबाद स्थित राजभवन गए। यहीं से वह बंगाल में हो रही राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक में वर्चुअली जुड़े और हावड़ा को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली वंदे भारत की शुरुआत की। इसके अलावा उन्होंने कोलकाता में मेट्रो ट्रेन की जोका-तारतला लाइन का शुभारंभ भी किया।
