बीसीसीआई ने आज टीम इंडिया के प्रदर्शन पर समीक्षा बैठक की। इसमें पिछले साल की गलतियों पर बात हुई। साथ ही 2023 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के लिए रोडमैप तैयार किया गया है।
बीसीसीआई अध्यक्ष रोज़र बिन्नी और सचिव जय शाह की अगुवाई में हुई बैठक में टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा, एनसीए हेड वीवीएस लक्ष्मण भी मौजूद रहे। बैठक में तय किया गया कि वनडे वर्ल्ड कप के लिए अभी से ही 20 प्लेयर्स का चयन किया जाएगा, जिन्हें रोटेशन के हिसाब से वर्ल्ड कप के लिए तैयार किया जाएगा। 20 प्लेयर्स को शॉर्ट लिस्ट कर लिया गया है। इनके फिटनेस, तैयारी और वर्क लोड का ध्यान रखा जाएगा और रोटेशन में मौका दिया जाएगा, ताकि अक्टूबर-नवंबर में होने वाले वर्ल्ड कप तक खिलाड़ियों की रिदम बरकरार रहे। इस फैसले से लगता है कि पिछले टी-20 वर्ल्ड कप और बड़े टूर्नामेंट की गलतियों से बीसीसीआई ने सबक लिया है।
बोर्ड का एक अहम निर्णय यह रहा कि एनसीए अब खिलाड़ियों और आईपीएल फ्रेंचाइजी के संपर्क में रहेगा। ताकि वर्ल्ड कप और अन्य इंटरनेशनल मैचों के मद्देनज़र खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेज किया जाए। साथ ही आईपीएल फ्रेंचाइजियों के साथ पूल में शामिल खिलाड़ियों को आराम देने या ब्रेक लेने की छूट देने पर भी मंथन किया जाएगा।
रिव्यू मीटिंग में यो-यो टेस्ट की वापसी का फैसला लिया गया। कुछ वक्त पहले यो-यो टेस्ट पर रोक लगाई गई थी, लेकिन अब इसे फिर वापस लाया गया है। अब अगर कोई खिलाड़ी इंजरी से आता है या दो सीरीज के बीच में बड़ा ब्रेक लेता है तो उसे यो-यो टेस्ट देना होगा।
तीन अहम फैसले—बैठक में तय किया गया कि उभरते खिलाड़ियों को अब घरेलू सीरीज में लगातार खेलना होगा, ताकि वह राष्ट्रीय टीम के चयन के लिए तैयार हो सकें। इसके अलावा यो-यो टेस्ट और डेक्सा सेलेक्शन प्रोसेस का हिस्सा बनेगा। सीनियर टीम के पूल में जो खिलाड़ी हैं उनपर इसे लागू किया जाएगा। वनडे वर्ल्ड कप 2023 और अन्य सीरीज़ को देखते हुए एनसीए सभी आईपीएल फ्रेंचाइजी से बात करेगा और खिलाड़ियों के वर्कलोड मैनेजमेंट पर चर्चा करेगा।
