अब सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण के जयपुर में अजमेर रोड स्थित आलीशान मकान पर जयपुर विकास प्राधिकरण( जेडीए) का बुलडोजर चल सकता है। मकान में किए गए अवैध निर्माण को लेकर आज जेडीए एनफोर्समेंट टीम के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने तकनीकी टीम से मकान की जांच करवाई, जिसके बाद धारा 32 के तहत अवैध निर्माण करने और उसे हटाने के लिए नोटिस जारी किया।
जेडीए ने मकान मालिक भूपेन्द्र सारण और गोपाल सारण के नाम नोटिस जारी करते हुए उन्हें 12 जनवरी तक जवाब पेश करने के लिए कहा है। जवाब पेश नहीं करने या संतोषजनक जवाब नहीं देने पर जेडीए 13 जनवरी को यहां तोड़फोड़ की कार्रवाई कर सकता है।
सारण का मकान अजमेर रोड पर पृथ्वीराज नगर (नॉर्थ) एरिया में बसी रजनी विहार कॉलोनी में प्लॉट नंबर 67सी पर है। करीब 28 बाई 46 फीट प्लॉट पर ये घर जीरो सेटबैक पर बना है। हालांकि जेडीए इस कॉलोनी का रेगुलाइजेशन कर चुका है, लेकिन मकान का निर्माण जेडीए की ओर से जारी साइट प्लान के मुताबिक नहीं है।
इधर, जेडीए की एक दूसरी टीम पेपर लीक मामले के दूसरे मास्टरमाइंड सुरेश ढाका के यहां पहुंची। ढाका ने चित्रकूट वैशाली नगर स्थित नेमीसागर कॉलोनी में एक लग्जरी फ्लैट ले रखा है। आशापूर्ण एम्पायर में लिया गया ये फ्लैट ढाका ने अपने पिता मांगीलाल के नाम से खरीद रखा है। जेडीए की टीम इस फ्लैट के निर्माण और उसकी जांच-पड़ताल के लिए मौके पर पहुंची है।
इससे पहले जेडीए ने सोमवार को इसी मास्टरमाइंड के जयपुर में गुर्जर की थड़ी स्थित अधिगम कोचिंग सेंटर की 5 मंजिला बिल्डिंग को जमींदोज कर दिया था। हालांकि इस कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग का मालिक दूसरा था, जबकि भूपेन्द्र सारण, सुरेश ढाका, धर्मेन्द्र चौधरी और एक अन्य व्यक्ति मिलकर इस कोचिंग सेंटर को संचालित कर रहे थे। भूपेन्द्र और सुरेश को पुलिस ने सीनियर भर्ती परीक्षा पेपर लीक का मास्टरमाइंड मानते हुए उनके खिलाफ एक्शन लिया है।
