सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण के जयपुर स्थित आलीशान मकान पर भी बुलडोजर चल सकता है। दो दिन पहले जेडीए ने उसके घर पर नोटिस लगाया था। नोटिस का बुधवार तक कोई जवाब पेश नहीं किया गया। आज सुबह जेडीए ने लीगल नोटिस जारी किया। इसके बाद मकान मालिक ने जवाब पेश कर दिया। इससे पहले जेडीए ने आज शाम 5 बजे तक मकान खाली करने का निर्देश दिया था।
कार्रवाई को रोकने के लिए मकान मालिक की तरफ से जेडीए ट्रिब्यूनल कोर्ट में याचिका दायर की गई, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। तब तक जेडीए को कार्रवाई नहीं करने के लिए कहा गया है।
जेडीए के मुख्य प्रवर्तन नियंत्रक रघुवीर सैनी ने बताया कि 10 जनवरी को हमारी टीम ने भूपेंद्र सारण और गोपाल सारण के अजमेर रोड, रजनी विहार स्थित मकान के संबंध में नोटिस जारी किया था। जांच में सामने आया था कि करीब 28 बाई 46 फीट के प्लॉट पर जीरो सेटबैक बना है। जेडीए की ओर से जारी इस प्लॉट के साइट प्लान में कम से कम 15 फीट में फ्रंट और 8.3 फीट में बैक स्पेस छोड़ना जरूरी है। यह नहीं छोड़ा गया है। बताया जा रहा है कि मकान की कीमत करोड़ों में है।
मकान के आगे 4 फीट का रैंप और अन्य निर्माण करके सरकारी जमीन पर भी कब्जा कर रखा है। भवन मालिक को साइट प्लान के मुताबिक 8 मीटर हाइट तक निर्माण करने की अनुमति है, लेकिन उसने ने 8 मीटर से ज्यादा निर्माण करते हुए बिना अनुमति 2 मंजिल ज्यादा बना ली।
जेडीए की एक दूसरी टीम पेपर लीक मामले के दूसरे मास्टरमाइंड सुरेश ढाका के यहां भी 10 जनवरी को पहुंची थी। ढाका ने चित्रकूट की नेमीसागर कॉलोनी में एक लग्जरी फ्लैट ले रखा है। आशापूर्ण एम्पायर में लिया गया ये फ्लैट ढाका ने अपने पिता मांगीलाल के नाम से खरीद रखा है। जेडीए की टीम ने इस फ्लैट के निर्माण की जांच-पड़ताल की। यहां अवैध निर्माण जैसा कुछ नहीं मिला।
गत सोमवार को भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के जयपुर के गुर्जर की थड़ी स्थित अधिगम कोचिंग इंस्टीट्यूट पर जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने एक्शन लिया था। जेडीए ने कोचिंग की बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया। करीब 3 घंटे में पूरी 5 मंजिला बिल्डिंग को धराशायी कर दिया गया था। यह इंस्टीट्यूट कॉर्नर के प्लॉट पर है और सर्विस रोड की जगह पर कब्जा करके बनाया गया था। इसके तीन कमरे और अन्य निर्माण को जेडीए ने जेसीबी और पोकलेन मशीनों से तोड़ दिया था।
