पूरी दुनिया में नाम कमा चुका लिटरेचर फेस्टिवल ‘जेएलएफ’ एक बार फिर जयपुर में अपनी आभा बिखरेने को तैयार है। इस फेस्टिवल का इंतजार सभी लेखकों और पाठकों को बेसब्री से रहता है।कोरोनाकाल के बाद जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) को एक बार फिर ऑफलाइन आयोजित किया जा रहा है। हालांकि इस बार वेन्यू बदला हुआ होगा। अब तक टोंक रोड स्थित डिग्गी पैलेस में आयोजित हो रहे जेएलएफ का आयोजन इस बार 19 से 23 जनवरी तक जेएलएन रोड स्थित होटल क्लार्क्स आमेर में होगा। साहित्य, संगीत और कला से लबरेज इस मेले में हजारों साहित्यकार, संगीतकार और फिल्म से जुड़े सेलिब्रिटीज लाखों श्रोताओं के बीच रूबरू होंगे।
साहित्योत्सव के पांच दिनों में कई संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। लिफाफा, पक्षी, रिदम्स ऑफ इंडिया, कबीर कैफे, शेडो एंड लाइट, पीटर कैट कंपनी जैसे बैंड्स की परफॉर्मेंस होगी। वहीं मॉर्निंग म्यूजिक में सुषमा सोमा, आदित्य प्रकाश, अनिरुद्ध वर्मा, पनेगा और सौरव बत्रा चक्रवर्ती की म्यूजिकल परफॉर्मेंस होगी।
5 दिन चलने वाले फेस्टिवल में वैश्विक साहित्य भी मंच पर प्रस्तुत होगा और जियोपॉलिटिकल मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इस बार के लिटरेचर फेस्टिवल में एक से एक जाने माने वक्ता और बुद्धजीवी हिस्सा लेंगे। फेस्टिवल में एक सत्र भारत-चीन के सम्बन्धों पर आधारित रहेगा। पिछले कुछ सालों में भारत-चीन के आपसी रिश्तों ने बहुत उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। इस विषय पर बातचीत करने के लिए मौजूद रहेंगे, पत्रकार और कमेंटेटर, मनोज जोशी, भूतपूर्व विदेश सचिव व चीन के राजदूत विजय गोखले और भूतपूर्व विदेश सचिव श्याम सरन। इन सबके साथ पत्रकर और विदेश नीति की एक्सपर्ट सुहासिनी हैदर संवाद करेंगी।
