वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश कर दिया है। इसमें साल 2023-24 में विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद को किया संबोधित किया। संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड- स्वतन्त्रता की स्वर्णिम शताब्दी और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। ये 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं। हमारे लिए युग निर्माण का अवसर है। हमें ऐसा भारत बनाना है जो आत्मनिर्भर है और अपने मानवीय दायित्व को पूरा करने में समर्थ हो, जिसमें गरीबी न हो, जिसका मध्यम वर्ग भी वैभव से युक्त हो। जिसकी युवाशक्ति, नारी शक्ति समाज और राष्ट्र को दिशा देने के लिए खड़ी हो।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद गेट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि बजट सत्र शुरू हो रहा है। अर्थ जगत में जिनकी मान्यता है, उनकी आवाज आशा की किरण ला रही है। आज भारत की वर्तमान राष्ट्रपति संयुक्त सदन को पहली बार संबोधित करने जा रही हैं। उनका संबोधन भारत के संविधान, संसदीय प्रणाली का गौरव है और आज नारी सम्मान का भी अवसर है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार एक फरवरी, 2023 को वित्त वर्ष 2023-24 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी। बजट सत्र का पहला चरण 13 फरवरी तक चलेगा और दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल तक चलेगा। बजट सत्र के दौरान 27 बैठक होंगी।
