इस बार अल्पसंख्यक मंत्रालय के बजट में 38 फीसदी कटौती की गई है। अल्पसंख्यक मंत्रालय का बजट 3097 करोड़ रुपये कर दिया गया है, 2022-23 में इस मंत्रालय का बजट 5020 करोड़ रुपये था।
संसद में कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया। सत्ता पक्ष ने इसकी तारीफ की तो विपक्ष ने इसकी आलोचना की। सरकार ने बजट में बड़ी-बड़ी घोषणाएं के बीच अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के बजट पर बड़ी कैंची चला दी। हालांकि, इसके पीछे एक कारण यह भी हो सकता है कि अल्पसंख्यक मंत्रालय पिछले बजट का लगभग आधा पैसा भी नहीं खर्च कर पाया।
लिहाजा, इस बार अल्पसंख्यक मंत्रालय के बजट में 38 फीसदी कटौती की गई है। इस साल अल्पसंख्यक मंत्रालय के कम में कई स्कॉलरशिप स्कीमों को पैसा नहीं दिया गया। उस्ताद स्कीम का बजट भी 47 करोड़ से घटाकर 10 लाख कर दिया गया है। प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप का पैसा भी घटाया गया है। यूपीएससी, एसएससी की तैयारी कर रहे छात्रों की स्कॉलरशिप बंद कर दी गई है। मौलाना आज़ाद एजुकेशन फाउंडेशन भी तकरीबन बन्द होने की कगार पर है।
