संसद के बजट सत्र में आज कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का पीएम मोदी और व्यवसायी गौतम अडाणी को लेकर दिया गया तल्ख भाषण चर्चा में रहा। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा से अपनी बातों की शुरुआत करते हुए अग्निवीर और अदाणी के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा, यात्रा में युवाओं ने हमसे कहा हमें पहले सर्विस और पेंशन मिलती थी, लेकिन अब हमें 4 साल के बाद निकाल दिया जाएगा। वरिष्ठ सैन्य अफसरों ने कहा कि हमें लगता है अग्निवीर योजना हमारी नहीं, बल्कि आरएसएस की ओर से आई है। इसे सेना पर थोपा गया है।
राहुल गांधी यहीं नहीं रुके। उन्होंने अदाणी के मुद्दे पर सरकार और प्रधानमंत्री मोदी को भी घेरा। उन्होंने कहा, 2014 में दुनिया के अमीर लोगों की लिस्ट में अडानी 609 नंबर पर थे, पता नहीं क्या जादू हुआ और यह दूसरे नंबर पर आ गए। लोगों ने पूछा आखिर यह सफलता कैसे हुई? इनका भारत के पीएम के साथ क्या रिश्ता है? मैं बताता हूं कि यह रिश्ता काफी साल पहले शुरु हुआ, जब नरेंद्र मोदी सीएम थे। इसके साथ ही राहुल गांधी ने गौतम अदाणी और प्रधानमंत्री मोदी की एक पुरानी तस्वीर दिखाई।
राहुल गांधी ने कहा कि अदाणी के लिए एयरपोर्ट के नियमों में बदलाव किए गए। ये नियम किसने बदले यह ज़रुरी बात है। पहले नियम था कि अगर कोई एयरपोर्ट के बिजनेस में नहीं है तो वे इन एयरपोर्ट को नहीं ले सकता है। इस नियम को भारत सरकार ने अदाणी के लिए बदला। भारत सरकार ने सीबीआई-ईडी आदि जांच एजेंसियों का प्रयोग करते हुए जीवीके इंडस्ट्रीज से लेकर अदाणी को एयरपोर्ट दिलवाए। नियम बदलकर अदाणी को 6 एयरपोर्ट दिए गए। मैं इसके सबूत भी दे दूंगा।
कांग्रेस सांसद राहुल ने कहा, प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से स्टेट बैंक एक बिलियन डॉलर का लोन अदाणी को देता है। प्रधानमंत्री फिर बांग्लादेश गए और 1500 मेगावाट बिजली का ठेका अदाणी को चला जाता है। उन्होंने पूछा, एलआईसी का पैसा अदाणी की कंपनी में क्यों डाला गया? अदाणी ने भाजपा को 20 साल में कितने पैसे दिए? पहले मोदी अदाणी के जहाज में जाते थे, अब अदाणी मोदी के जहाज में जाते हैं। मोदी और अदाणी एक साथ काम कर रहे हैं।
हालांकि, भाजपा ने राहुल गांधी के सभी आरोपों को गलत बताया। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी को सिर्फ बेतूका आरोप नहीं लगाना चाहिए, उन्हें चाहिए की वो सबूत पेश करें। अब आप एक वरिष्ठ सांसद हैं, ऐसे में चाहिए कि आप जिम्मेदारी के साथ बयान दें। हम आपसे उम्मीद करते हैं कि आप संसद के अंदर गंभीरता से बात करेंगे। भले ही आप संसद के बाहर कुछ भी बोलें।
एक भाजपा नेता ने पिछले साल कांग्रेस शासित राजस्थान में हुई इन्वेस्ट समिट में अडाणी के 65,000 करोड़ रुपए के निवेश के वादे का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी को अशोक गहलोत-अडाणी के संबंधों के बारे में भी बोलना चाहिए।
