राजस्थान फोन टैपिंग मामले में मुख्यमंत्री असोक गहलोत के विशेषाधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा से आज दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की। उसके बाद लोकेश शर्मा ने कहा-ऑडियो क्लिप मुझे सोशल मीडिया पर मिली और मैंने ही वायरल की। एक चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही थी। फोन टैपिंग से मेरा कोई वास्ता नहीं, वो सरकार जाने। मैंने हमेशा पूछताछ में सहयोग किया है।
लोकेश शर्मा आज पूछताछ के लिए दिल्ली में प्रशांत विहार स्थित क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचे थे। इससे पहले 5 बार उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वो आए नहीं थे। केंद्रीय मंत्री और जोधपुर से भाजपा सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकेश शर्मा और अन्य पर फोन टैपिंग को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने 25 मार्च, 2021 को एफआईआर दर्ज की थी। लोकेश शर्मा का बयान 6 दिसंबर, 2021 और 14 मई, 2022 को दर्ज किया गया था। मंत्री शेखावत की कथित ऑडियो क्लिप, जिसमें वह राजस्थान सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस के बागी नेताओं से बात कर रहे थे, वायरल हो गया था। 3 जुलाई, 2021 को दिल्ली हाईकोर्ट ने लोकेश शर्मा को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच से उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने का आदेश देकर राहत दी थी।
कांग्रेस शासित राजस्थान में जुलाई 2020 में राजनीतिक संकट के दौरान फोन-टैपिंग विवाद सामने आया था। मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थक 18 विधायकों की बगावत के दौरान केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस नेताओं के बीच कथित टेलीफोन बातचीत के ऑडियो क्लिप सामने आये थे। मुख्यमंत्री के ओएसडी शर्मा पर ऑडियो क्लिप वायरल करने के आरोप लगाये गए थे। हालांकि शर्मा फोन टैपिंग के आरोपों को खारिज कर चुके हैं।
