अमरीकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी की संपत्ति में गिरावट का दौर जारी है। इस रिपोर्ट ने अडानी की संपत्ति को लगभग आधी कर दिया है। इस कारण दुनिया के अमीरों की लिस्ट में गौतम अडानी को एक बार फिर नीचे फिसलना पड़ा है।
विपरीत हालात के बावजूद बैंक ऑफ बड़ौदा, अडानी ग्रुप के साथ खड़ा है। बैंक का कहना है कि उसने जो कर्ज अडानी ग्रुप को दिया है, उसको लेकर चिंतित नहीं है। आगे भी अगर यह ग्रुप नियमों के तहत आवेदन करता है, तो बैंक और लोन देने पर विचार करेगा। बैंक के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव चड्ढा ने कहा है कि अगर अडानी ग्रुप बैंक के अंडरराइटिंग स्टैंडर्ड को पूरा करता है, तो बैंक ऑफ बड़ौदा और कर्ज देने के लिए तैयार है। अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव से बैंक परेशान नहीं है।
देखा जाए तो भारतीय धनकुबेर अडानी ने जितनी तेजी से सफलता के शिखर को छुआ, उतनी ही तेजी से नीचे भी गिरे। अमरीका की एक रिसर्च फर्म और शॉट शेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी के आर्थिक साम्राज्य की चूलें हिला दी। जनवरी में आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से गौतम अडानी की कंपनियों के शेयर में सुनामी आ गई है। ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर लगातार कमजोर हो रहे है, जिसका असर गौतम अडानी की नेटवर्थ पर भी देखने को मिल रहा है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने से पहले दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर रहे गौतम अडानी अब दुनिया के टॉप 20 अमीरों की लिस्ट से बाहर हो चुके हैं। 20 हजार करोड़ का एफपीओ वापस लेने के बाद भी अडानी की मुश्किलें थम नहीं रही है।
अडानी को ताजा झटका ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स ने दिया है। सोमवार को अडानी दुनिया के अमीरों की लिस्ट जारी करने वाली इस इंडेक्स में खिसककर 25वें स्थान पर पहुंच गए। 24 जनवरी को अडानी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे। पर बीते 27 दिनों में हिंडनबर्ग रिपोर्ट के कारण अडानी की संपत्ति लगभग आधी हो गई। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार गौतम अडानी इस समय 49.1 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के 25वें सबसे अमीर व्यक्ति है।
रिपोर्ट के अनुसार बीते तीन दिन में अडानी की संपत्ति में करीब तीन अरब डॉलर की गिरावट आई है। पिछले मंगलवार को अडानी की कुल संपत्ति 52.4 अरब डॉलर थी, जो अब घटकर 49.1 अरब डॉलर हो गई है। पिछले हफ्ते बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स ने अडानी ग्रुप के बारे में एक बड़ा खुलासा किया था। यह खुलासा गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी के बारे में किया गया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ग्रुप ने रूस के एक बैंक से लोन लेने के लिए प्रमोटर की हिस्सेदारी को गिरवी रखा है।
