केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को जयपुर में आयोजित पोस्ट बजट सेशन कार्यक्रम में कर्मचारियों का न्यू पेंशन स्कीम का पैसा लौटाने की मांग को गलत बताते हुए दोहराया कि कानूनी रूप से यह राशि कर्मचारियों की है, इसलिए नियोक्ता को वापस नहीं की जा सकती। जैसा अन्य कर्मचारी लाभ के मामलों में होता है। पुरानी पेंशन स्कीम में लागत भावी सरकारें स्वीकृत कर लेती हैं, इससे कल्याणकारी स्कीमों के लिए निधियों की उपलब्धता पर बुरा प्रभाव होता है। वर्तमान पीढ़ी को भावी पीढ़ियों की वित्तीय स्थिरता की कीमत पर फायदा मिल रहा है। उन्होंने कहा, यह नई पेंशन योजना कांग्रेस लेकर आई थी।
वित्त मंत्री ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि यहां तो बहुत गड़बड़ है, पिछले साल का बजट इस साल पढ़ रहे हैं। मैं उनके लिए प्रार्थना करती हूं। हालांकि, सीतारमण ने आगे कहा कि गलती किसी से भी हो सकती है। मंहगाई पर उन्होंने कहा कि महंगाई को ‘तय सीमा’ में रखने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक आवश्यक कदम उठा रहा है। बैंक भारतीय अर्थव्यवस्था पर नजर रख रहा है और जरूरत पड़ने पर फैसला ले रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार दलहल के उत्पादन पर जोर दे रही है। किसानों को कई तरह की रियायतें और योजनाओं से जोड़ा जा रहा है, जिसे अगले साल साल उत्पादन बढ़ोतरी होने की पूरी उम्मीद है।
सीतारमण ने कहा कि सरकार ने किसी भी स्टार्टअप के विदेशी निवेश पर टैक्स नहीं लगाया है, लेकिन अगर स्टार्टअप की वैल्यू से ज्यादा उसमें निवेश हो रहा है, तो सरकार उस पर टैक्स लगाएगी।
