कांग्रेस ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद अब देश में पूरब से पश्चिम की ओर यात्रा निकालने पर विचार रही है। संभव है कि यह यात्रा अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट से गुजरात के पोरबन्दर के बीच निकाली जाए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने आज यह जानकारी दी।
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के महाधिवेशन में दिए गए अपने संबोधन के दौरान यात्रा के बारे में संकेत दिये। राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ‘तपस्या’ को आगे बढ़ाने का कार्यक्रम तैयार करें, जिसमें सभी भाग लेने के लिए तैयार हैं।
महाधिवेशन के समापन के बाद रमेश ने कहा, संभावना है कि यह यात्रा पासीघाट से शुरू हो और समापन पोरबन्दर में हो। इसको लेकर बहुत उत्साह और ऊर्जा है। व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना है कि इसकी जरूरत भी है। उन्होंने कहा, पूरब से पश्चिम के बीच निकलने वाली यात्रा का प्रारूप दक्षिण से उत्तर की ओर निकाली गई यात्रा से अलग हो सकता है। शायद यह यात्रा उतने व्यापक स्तर पर नहीं हो। अगले कुछ हफ्ते में सबकुछ तय कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यात्रा के लिए अलग-अलग परिवहन माध्यम इस्तेमाल हो सकता है, लेकिन बुनियादी रूप से यह पदयात्रा ही होगी। इस यात्रा में भाग लेने वाले यात्रियों की संख्या ‘भारत जोड़ो यात्रा ‘के मुकाबले कम हो सकती है।
राहुल गांधी ने 32 मिनट के अपने भाषण में भारत जोड़ो यात्रा, अडाणी हिंडनबर्ग केस, चीन पर जयशंकर के बयान और 2024 लोकसभा चुनाव समेत कई मुद्दों पर बात की। राहुल ने 1977 का किस्सा भी सुनाया, जिसमें उन्हें पहली बार अहसास हुआ था कि उनके पास अपना घर नहीं है। उन्होंने कहा- 52 साल हो गए, मेरे पास आज भी अपना घर नहीं है। उनकी बातें सुनकर सोनिया गांधी भावुक नजर आईं। उन्होंने कहा, हम सत्याग्रही हैं और भाजपा-आरएसएस वाले ‘सत्ताग्रही’ हैं।
