राजस्थान में यूं तो लगभग सभी भर्ती परीक्षाएं नकल गिरोह के निशाने पर हैं, लेकिन सबसे ज्यादा शिक्षक भर्तियों को टार्गेट किया जा रहा है। इस वजह से पिछले चार साल में द्वितीय लेवल की एक भी परीक्षा नहीं हो सकी। पहले रीट परीक्षा का पेपर लीक हो गया। इस वजह से कई महीनों तक भर्ती अटकी रही। आखिरकार वह परीक्षा रद्द करनी पड़ी। इसके बाद राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती का प्रश्न पत्र लीक हो गया। अब तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के शनिवार को पहले ही दिन जोधपुर में नकल गिरोह पकड़ा गया। चयन बोर्ड की ओर से कराई जा रही ये परीक्षा एक मार्च तक जारी रहेगी। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में साढ़े नौ लाख से ज्यादा बेरोजगार शामिल हो रहे हैं।
हालांकि राज्य सरकार ने भर्ती परीक्षा के दौरान नकल और धांधली के खिलाफ कड़े कानून बनाए हैं, जिनके तहत दोषी को 10 से 12 साल की सजा के साथ उसकी सम्पति सीज कर तगडा जुर्माना वसूलने के प्रावधान किए गए हैं। फिर भी नकल कराने औऱ करने वालों के साथ-साथ पेपरलीक करने वाले बेखौफ होकर अपनी करतूत को अंजाम दे रहे हैं।
पिछले दिनों ही पेपरलीक में लिप्त बदमाशों के कोचिंग सेंटर व घरों को तोड़ा गया है। इससे पहले एक स्कूल की बील्डिंग धाराशायी की गई। मगर ऐसी कठोर कार्रवाई का भी कुख्यात आरोपियों पर कोई असर नहीं हुआ है। वे एक के एक भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक करते जा रहे हैं। नकल कराने की भी संगठित व्यवस्था कर रहे हैं।
