झुंझुंनू जिले के भोड़की गांव की एक बहू ने बाल विवाह रोकने के लिए अनूठी पहल की है। उसने मुंह दिखाई की रस्म में ससुर की ओर से दिए गए पैसों से गांव की बच्चियों के नाम एक-एक हजार की एफडी करवाई है। उसके ससुर और पति ने भी इसमें उसका साथ दिया और गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली 134 कन्याओं के नाम एफडी करवा दी।
गांव के महेश गढ़वाल के बेटे विशाल की इसी 25 फरवरी को शादी हुई है। शादी के बाद घर आने पर महेश गढ़वाल ने बहू रितिका को मुंह दिखाई के रूप में 1 लाख 34 हजार रुपए दिए। इस पर भोड़की ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्ययक्ष कैलाश डूडी ने उन्हें गांव की बच्चियों के नाम एफडी का सुझाव दिया जो रितिका व परिवार वालों को पसंद आ गया। एफडी के लिए गांव के 10 सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली 10 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं का चयन किया गया। जानकारी लेने पर ऐसी 134 लड़कियां सामने आईं जो जरूरतमंद लगीं। उनके नाम एक-एक हजार रुपए की एफडी करवा कर उन्हें सौंपी गईं।
इसके लिए भोड़की की श्रीजमवाय ज्योति गोशाला में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान पौधरोपण भी किया गया। समिति अध्यक्ष डूडी ने बताया कि जिन बालिकाओं के नाम एफडी करवाई गई हैं, उन्हें 18 वर्ष की होने पर 21 सौ रुपए मिलेंगे।
गढ़वाल की पुत्रवधू रितिका ने बताया कि कई लोग बेटियों को ज्यादा पढ़ाने के बजाय उनका बाल विवाह कर देते हैं। इससे उन्हें उनके पूरे जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बेटियों को पढ़ाने और बाल विवाह नहीं करने का संदेश देने के उद्देश्य से ही उन्होंने सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली बालिकाओं के नाम एफडी कराने का निर्णय किया है। गांव की सोसायटी में यह पैसे जमा कराए हैं। इससे गांव का भी विकास होगा। हमारे नवाचार को देखकर गांव के अन्य लोग भी आगे आएंगे।
