उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक बुजुर्ग व्यक्ति ने अपनी सारी संपत्ति बच्चों को देने की जगह सरकार के नाम कर दी। हैरान कर देने वाला यह मामला खतौली तहसील का है। जानकारी के अनुसार 85 वर्षीय नत्थू सिंह के बच्चे उनका ख्याल नहीं रखते थे, जिसके कारण नत्थू सिंह आश्रम में रहने पर मजबूर हो गए। कई महीनों से वो आश्रम में ही रह रहे थे। बच्चों से गुस्सा होकर नत्थू सिंह ने अब उन्हें अपनी संपत्ति से बेदखल कर इसे उत्तर प्रदेश सरकार के नाम कर दिया। नत्थू सिंह की संपत्ति की कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये बताई जा रही है।
अपनी वसीयत में उन्होंने लिखा है कि सरकार उनकी जमीन पर स्कूल या हॉस्पिटल बनाए। नत्थू सिंह ने बच्चों से अंतिम संस्कार का हक भी छीना लिया है और मरने के बाद अपना शरीर मेडिकल कॉलेज को दान करने की इच्छा जताई है।
मुजफ्फरनगर के बुलढाणा निवासी नत्थू सिंह के परिवार में 4 बेटियां और एक बेटा है। बेटियों की शादी हो गई है। वहीं बेटा शादी के बाद सहारनपुर में अपने परिवार के साथ रहता है। वह सरकारी शिक्षक है। नत्थू सिंह की पत्नी की मौत के बाद बच्चों ने उन्हें अकेला छोड़ दिया। ऐसे में नत्थू सिंह एक वृद्ध आश्रम में रहने लगे। आश्रम में वो पिछले सात-आठ महीनों से रह रहे हैं। इस दौरान उनके परिवार का कोई सदस्य उनसे मिलने नहीं आया।
खतौली वृद्ध आश्रम की संचालिका रेखा सिंह ने बताया कि नत्थू सिंह कई महीनों से आश्रम में रह रहे हैं। उनसे मिलने परिवार का कोई भी सदस्य एक बार भी नहीं आया। बच्चों से तंग आकर नत्थू सिंह शनिवार को तहसील पहुंचे और अपनी सारी संपत्ति उत्तर प्रदेश सरकार के नाम कर दी। नत्थू सिंह की संपत्ति में एक मकान और करीब 10 बीघा कृषि भूमि शामिल है।
