छाए रंग-गुलाल, हुई बयार रंगीन

राजस्थान में आज खूब उड़े रंग-गुलाब। होली का उल्लास सड़कों से लेकर मंदिरों तक दिखा। होली पार्टी के डेस्टिनेशन म्यूजिक, डांस और नेताओं के घर ढोलक की थाप के साथ होली के गीत गूंजते रहे। बड़ी संख्या में राजस्थान पहुंचे विदेशी मेहमानों ने भी रंगोत्सव का जमकर लुत्फ उठाया है।

जयपुर के गोविंददेवजी मंदिर छावण में राजभोग आरती के बाद ठाकुरजी, पुजारी और भक्तों ने फूलों की, फिर पिचकारी से केसर, इत्र, गुलाब जल से…. बाद में पचरंगी गुलाल से होली खेली।

उधर जोधपुर शहर में होली के पारंपरिक आयोजन ने रंगत फैलाई।  इस मौके पर गाई जाने वाली गालियां गायन की टोलियां शाम से ही शहर की गलियों में घूमने लग जाती हैं। गालियों को भी बॉलीवुड के गानों पर बनाया जाता है। होली की शाम से इसकी रंगत शुरू हो जाती है। इस बार पहली बार इस अश्लील गायन में महिलाएं भी मैदान में उतरीं। ये परंपरा करीब 500 साल से ज्यादा पुरानी है। यहां इसकी बड़ा उत्साह है। क्रेज है कि शहर के मोहल्लों में अलग-अलग टीमें बनती हैं। इन गालियों को सुनने के लिए मोहल्लों में भीड़ लगती है और इसकी तैयारियां 10 दिन पहले से शुरू हो जाती हैं।

पुष्कर की होली आज धूमधाम से खेली गई। मेला स्टेडियम के पास रेतीले धोरों के बीच गुलाल उड़े, कपड़े फाड़े गए। पूरी पुष्कर नगरी होली के रंगों में रंगी नजर आई। मेला ग्राउंड के पास रेत के धोरों में फायर ब्रिगेड की गाड़ी से लोगों पर पानी की बौछार की गई। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया लोगों में जोश बढ़ता जा रहा। डीजे की धुनों पर देसी-विदेशी मेहमान झूमते रहे। एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं। इजरायल, यूके, यूएसए, लंदन, अमेरिका, जापान सहित कई देशों के मेहमान होली की मस्ती में शामिल हुए। पाबंदी के बावजूद कई लोगों ने होली के दौरान कपडे़ फाडे़।

हालांकि, एसपी चुनाराम जाट ने निवेदन किया कि कोई भी अपने कपडे़ नहीं फाडे़गा। अगर ऐसा किया तो उठाकर बंद कर दिया जाएगा। होली के त्योहार की मर्यादा बनाए रखें। होली के त्योहार का आनन्द लें। किंतु उनके प्रयास का असर दिखा नहीं।

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