भारत ने ऑस्ट्रेलिया से लगातार चौथी टेस्ट सीरीज जीत ली है। 4 मुकाबलों की सीरीज का आखिरी मुकाबला ड्रॉ रहा है। ऐसे में सीरीज 2-1 से भारत के नाम रही है।
रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया कंगारुओं से लगातार चार टेस्ट सीरीज जीतने वाली एशिया की पहली टीम बनी है। इतना ही नहीं, भारत ने लगातार छठी बार घर में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की है। इससे पहले, टीम इंडिया को 2004 में अपने घर में पराजय झेलनी पड़ी थी।
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 175/2 रनों पर घोषित की। फिर नतीजा न निकलता देख दोनों कप्तानों ने एक घंटे पहले ही आपसी सहमति से मैच समाप्ति की घोषणा कर दी। मार्नस लाबुशेन 63 और स्टीव स्मिथ 10 रन पर नाबाद लौटे। लाबुशेन की यह टेस्ट में 15वीं और भारत में पहली हाफ सेंचुरी है।
इस टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए 480 रनों का मजबूत स्कोर बनाया। जवाब में भारतीय टीम ने 571 रन बनाते हुए पहली पारी में 91 रनों की बढ़त हासिल की। मैच के आखिरी दिन सोमवार को कंगारुओं ने 3/0 से अपनी दूसरी पारी को आगे बढ़ाया।
टीम ने 175/2 पर पारी घोषित की। 14 रन पर पहला विकेट गंवाने के बाद ओपनर ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन ने पारी को संभाला। दूसरे सेशन में हेड 90 रन बनाकर आउट हुए। हेड के आउट होने के बाद मार्नस लाबुशेन ने अर्धशतक जमाया। ऑस्ट्रेलियाई ओपनर ट्रेविस हेड नर्वस-90 का शिकार हुए। उन्होंने 13वां टेस्ट अर्धशतक जमाया। हेड ने लाबुशेन के साथ दूसरे विकेट के लिए 292 बॉल पर 139 रनों की साझेदारी कर अपनी टीम को शुरुआती झटके से उबारा। टीम ने 14 रन पर पहला विकेट गंवा दिया था। हालांकि यहां नाइटवॉचमैन के रूप में उतरे मैथ्यू कुहनेमन आउट हुए। अक्षर पटेल ने ट्रेविस हेड को आउट करते ही बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली। वे पहले 12 टेस्ट में 500 रन और 50 विकेट लेने वाले दुनिया के 5वें खिलाड़ी बने हैं। अक्षर ने हेड को बोल्ड आउट किया।
अश्विन ने इस सीरीज में सबसे ज्यादा 25 विकेट लिए हैं। दो बार उन्होंने पारी में पांच विकेट भी लिए। चार मैचों की इस टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने 15 बैटर खिलाए और अश्विन ने सभी को एक-एक बार आउट किया। उन्होंने यह कारनामा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैट कुहनेमन का विकेट लेकर किया।
