मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मंगलवार दोपहर राजस्थान यूनिवर्सिटी (आरयू) के बाहर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े छात्रों ने काले झंडे दिखाए। प्रदर्शनकारी छात्रों ने सीएम की गाड़ी के सामने आकर नारेबाजी की। अचानक हुए घटनाक्रम से वहां अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारी छात्रों को हटाया। फिर एबीवीपी की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष भारत भूषण यादव, सचिव रोहित मीणा, देव पलसानिया, गुलजार मीणा, मनु दाधीच को गिरफ्तार किया।
मुख्यमंत्री गहलोत मंगलवार को लॉ कॉलेज में छात्र संघ कार्यालय का उद्घाटन करने गए थे। कार्यक्रम के बाद सीएम के लौटते समय एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने वीरांगनाओं से बदसलूकी का विरोध करते हुए उन्हें काले झंडे दिखाए।
इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि एनएसयूआई के झंडे का डिजाइन साल 1973 में हमने बनाया था। आज इसे देखकर गर्व होता है। हमने युवाओं और छात्रों को टारगेट बनाया था। उसी के अनुसार फैसले लिए हैं। उन्होंने कहा कि पेपर लीक होने से सरकार की बदनामी होती है, लेकिन ऐसा देशभर में हो रहा है। सेना से लेकर कोर्ट में भर्ती तक के पेपर लीक हुए है। हमने तो बस से लेकर खाने तक की व्यवस्था की थी। पेपर लीक ने उस पर पानी फेर दिया।
गहलोत ने कहा कि हम चाहते हैं कि राजस्थान का युवा देश में कहीं पीछे न रहे। हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज बन रहा है। नॉलेज ही पावर है। राजस्थान में आईआईटी, आईआईएम, एम्स जैसी सारी शैक्षणिक संस्थान स्थापित हो चुकीं हैं। देशभर में राजस्थान मेडिकल का हब बन चुका है। सीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि आरयू में 6 करोड़ की लागत से सिंथेटिक ट्रैक बनाया जाएगा।
कार्यक्रम में पंजाबी सिंगर बानी संधू, हरियाणवी सिंगर विक्की काजला, एमडी और वीरू कटारिया परफॉर्म किया।
