एक नए रिसर्च में पाया गया है कि अगर फाइजर की ओरल एंटी-वायरल दवा पैक्सलोविड को कोविड-19 संक्रमण के तुरंत बाद लिया जाए तो लंबे समय का कोविड होने के जोखिम को कम किया जा सकता है। जेएएमए इंटरनल मेडिसिन जर्नल में छपे एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने कोविड का पता लगने के पांच दिनों के भीतर दवा ली, उनको इसे नहीं लेने वालों की तुलना में लंबे समय का कोविड होने का जोखिम 26 फीसदी तक कम देखा गया।
इस शोध में पाया गया कि पैक्स्लोविड नाम से बेची जाने वाली दवा से कोविड-19 के बाद गंभीर मौत का जोखिम 47 फीसदी कम और अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम 24 फीसदी तक घट गया। कोविड-19 के बाद की स्थिति, जिसे ‘लंबे समय तक कोविड’ के रूप में भी जाना जाता है, कई लोगों को प्रभावित करती है। पीसीसी की रोकथाम एक नई सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकता है। अगर समय से इस दवा का उपयोग किया जाता है, तो ये पीसीसी के जोखिम को कम करता है, जिससे लोगों की मौत की आशंका घटती है।
रिसर्च में पाया गया कि पैक्स्लोविड दवा हृदय प्रणाली, खून के जमाव और दूसरी समस्याओं, थकान, लिवर के रोग, किडनी की बीमारी, मांसपेशियों में दर्द, न्यूरोलॉजिक सिस्टम और सांस की तकलीफ के जोखिम को कम करने में मददगार है। इस रिसर्च में 35,700 से अधिक लोगों ने इस ओरल कोविड की गोली का उपयोग किया, जबकि 246,000 ने इसे नहीं लिया था। फाइजर की कोविड-19 गोली को यूएस एफडीए ने 2021 के अंत में इमरजेंसी उपयोग की मंजूरी दी थी। इसके बाद से लाखों अमेरीकियों ने इस दवा का उपयोग किया है।
