राजस्थान के रहने वाले तमिलनाडु कैडर के आईपीएस बलवीर सिंह को कुछ लोगों के दांत पूछताछ के दौरान तोड़ने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। मामला गरमाने पर उनको बर्खास्त करने की मांग की जा रही थी। मामला गरमाने पर सीएम ने उन्हें निलंबित करने के आदेश जारी होने की जानकारी दी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तमिलनाडु में अंबासमुद्रम के 10 युवकों ने आरोप लगाया कि एएसपी बलवीर सिंह के आदेश पर उनके दांत प्लार से निकाले गए, जबकि 2 पुरुषों ने कहा कि उनके अंडकोष कुचल दिए गए। इस संबंध में स्थानीय कलेक्टर को शिकायत दी गई थी, जिस पर उन्होंने एसडीएम को जांच के आदेश दिए। नेताजी सुभाष सेना और पुरची भारतम सहित राजनीतिक संगठनों ने एएसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। नेताजी सुभाष सेना के अधिवक्ता महाराजन ने आरोप लगाया कि बलवीर सिंह ने अब तक अपने इलाके में करीब 40 लोगों के दांत निकाल दिए हैं।
सांथू निवासी बलवीरसिंह राजपुरोहित ऑल इंडिया में 691वीं रैंक लाए थे। उन्होंने 24 साल की उम्र में पहले ही प्रयास में यह सफलता हासिल की थी। उनके पिता खंगारसिंह ने कृषि कार्य करते हुए उन्हें आईपीएस की तैयारी करवाई। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण उन्होंने दसवीं तक की पढ़ाई गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में की। इसके बाद 11 व 12वीं विज्ञान वर्ग में बागरा के निजी विद्यालय से किया। बलवीर 6 बहनों के इकलौते भाई हैं। उन्होंने परिवार के साथ कृषि कार्य करते हुए जालोर के सरकारी महाविद्यालय से बीए किया। उसके बाद आगे की तैयारी के लिए दिल्ली गए और वहां तैयारी करते हुए पहले प्रयास में ही आईएएस में चयन हो गया।
