राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल को लेकर गतिरोध बना हुआ है। निजी डॉक्टरों का आंदोलन और वार्ताओं का दौर जारी है। डॉक्टरों प्रतिनिधिमंडल ने आज चिकित्सा शिक्षा सचिव से मुलाकात कर बिल अपनी आपत्तियां और सुझाव दिए। अब मंगलवार को जयपुर में फिर बड़ी रैली की जाएगी। डॉक्टर्स का कहना है कि सरकार अगर बिल लाने पर आमादा ही है तो पहले सरकारी अस्पतालों में इसे लागू करे। प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम सोसायटी के सचिव डॉ. विजय कपूर ने बताया कि मंगलवार की रैली ऐतिहासिक होगी।
इधर, रेजिडेंट डॉक्टर्स अपने काम पर तो लौट आए हैं, लेकिन जानकारी है कि वे कल होने वाली महारैली की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए वे सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। कुछ जिलों में डाक्टरों का यह प्रदर्शन जारी है। भरतपुर में निजी अस्पतालों ने चिरंजीवी और आरजीएचएस योजनाओं का बहिष्कार किया है।
राइट टू हेल्थ बिल के खिलाफ डाक्टरों के आंदोलन को 17 दिन हो गए हैं। लेकिन परिणाम अभी तक नहीं निकला है। निजी डाक्टर सरकार से वार्ता करने के साथ ही आंदोलन भी जारी रखे हुए हैं। डॉक्टरों का दावा है कि कल 27 मार्च वाली से भी बड़ी रैली होगी। इसमें ना सिर्फ प्रदेशभर से डॉक्टर, बल्कि प्रदेश के बाहर से भी डॉक्टर, उनके परिजन और स्टाफ शामिल होंगे।
