जयपुर के आमेर उपखण्ड क्षेत्र के 3 गांवों के कुओं में ढाई दशक बाद अचानक पानी आया है। इन गांवों में वर्तमान में फसल लहलहा रही है। पानी सूखने से लोग मजदूरी को जयपुर निकल जाते थे, लेकिन इस बार कुओं में पानी आने से वे कृषि कार्य में जुटे रहे हैं। जहां पूरे राजस्थान में साल दर साल भूजल स्तर गिरने से रोकने के लिए सरकार लाखों – करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। वहीं, इन गांवों में पानी आना चर्चा का विषय बना हुआ है।
जयपुर से 40 किलोमीटर दूर आमेर उपखंड के ग्राम पंचायत कांट के गांव कीरतपुरा व छापराड़ी पंचायत के लबाना और जैतपुर गांव में 2022 में अच्छी बारिश से कुओं में फिर पानी आने से लोग खुश हैं। यहां ढाई दशक बाद लोगों को खेती करने का मौका मिला है। स्थानीय लोगों का कहना है कि 2022 में दो माह बारिश होने से कुओं में फिर पानी आ गया। जब लोगों को पता चला कि कुआं में पानी आ गया तो वे खेती में जुट गए। उन्होंने जौ, गेहूं की फसल की बुआई कर दी। अब किसान फसल कटाई में जुटे हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2010 में भी कुछ पानी आया था। फिर पानी रीतने से फसल होना बंद हो गई थी।
लबाना, कीरतपुरा, जैतपुर सहित अन्य गांवों में पानी सूखने से खेती होना बंद हो गई थी। यहां कृषि यंत्र भी खराब हो चुके थे या किसानों ने बेच दिए थे। इस बार पानी होने से किसानों को फिर फव्वारा पाइप, मोटर, स्टार्टर सहित कृषि संसाधन जुटाने पड़े हैं। कीरतपुरा के लोगों ने कहा कि इस बार बारिश अच्छी होने से गांव में सभी कुओं में पानी आ गया है। इससे हम ने करीब 25 साल बाद वापस खेती करना शुरू कर दिया है।
