स्काईमेट ने मॉनसून 2023 का पूर्वानुमान जारी किया है, जिसके अनुसार इस साल सामान्य से कम मॉनसून का अनुमान है। मतलब, बारिश सामान्य से कम रह सकती है। स्काईमेट के अनुसार सामान्य बारिश होने की सिर्फ 25 फीसदी संभावना है। वहीं सूखा पड़ने की 20 फीसदी संभावना है। अनुमान में बताया गया कि ला नीना खत्म हो चुका है और आने वाले दिनों में अल नीनो के चलते मॉनसून के कमजोर रहने की संभावना बन रही है।
स्काईमेट की रिपोर्ट के अनुसार इस बार मॉनसून पर अल नीनो का खतरा मंडरा रहा है। इसके चलते बारिश सामान्य से भी काफी कम रहेगी। लोगों को सूखे का दंश झेलना पड़ सकता है। मौसम ज्यादा गर्म रहने पर फसल भी प्रभावित हो सकती है। उल्लेखनीय है कि जब प्रशांत महासागर में समुद्र की ऊपरी सतह गर्म होती है तो अल नीनो का प्रभाव पड़ता है। अनुमान जताया गया है कि अल नीनो का प्रभाव मई-जुलाई के बीच लौट सकता है।
देश में मॉनसून भी पूरी तरह से जून से सितंबर के बीच सक्रिय होता है। अल नीनो के अलावा कई अन्य कारण भी हैं, जो मॉनसून को प्रभावित करते हैं। स्काईमेट रिपोर्ट के अनुसार देश के उत्तरी और मध्य भागों में वर्षा की कमी होने का जोखिम होगा। गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में जुलाई और अगस्त के मुख्य मॉनसून महीनों के दौरान अपर्याप्त बारिश होगी। वहीं, उत्तर भारत के कृषि क्षेत्र पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में सीजन के दूसरे भाग में सामान्य से भी कम बारिश होने की संभावना है।
