केंद्रीय मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र शेखावत ने आज अपने घोर विरोधी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सचिन पायलट की खिंचाई करने का एक और मुद्दा दे दिया। उन्होंने प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट को भाजपा में आने का खुला ऑफर दिया है। गहलोत इस ऑफर पर पायलट की घेराबंदी में कसर नहीं छोड़ेंगे।
ज्ञात हो कि जुलाई 2020 में सचिन पायलट के बगावत करने पर गहलोत ने भाजपा पर ही अपनी सरकार गिराने का साजिश रचने का आरोप लगाया था। उन्होंने पायलट को भाजपा की साजिश का हिस्सा बनने पर खूब खरी-खोटी सुनाई थी।
शेखावत ने शुक्रवार को अलवर में बाबा मस्तनाथ जनसेवा राम भवन का उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि पायलट का भाजपा में स्वागत है। उन्होंने कहा, जो भी व्यक्ति भाजपा में आता है, उसको पार्टी की रीत नीति पर विश्वास करना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना नेता नेता स्वीकार करना होगा।
संजीवनी मुद्दे पर शेखावत ने कहा कि संजीवनी का सच उजागर हुआ है। इसे ही दबाने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत एक साल से बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन कल जो हाईकोर्ट में हुआ, उसमें दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। शेखावत से जब पायलट के भाजपा में आने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह काल्पनिक सवाल है, लेकिन अगर पायलट पार्टी में आते हैं तो उनका स्वागत है। मगर शर्त यह है कि कोई व्यक्ति जिसका कोई भी जनाधार हो, उसे भाजपा की रीत नीति में विश्वास करना होगा। अगर पायलट ऐसा करते हैं तो भाजपा उनका बाहें पसार कर स्वागत करेगी। शेखावत ने भाजपा की प्रदेश में राजनीति पर कहा कि अब नवनियुक्त अध्यक्ष सीपी जोशी के नेतृत्व में 2324 में नया कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं। सतीश पूनिया के नेतृत्व में हमने व्यापक आंदोलन किए थे। हर विधानसभा क्षेत्र में जन आक्रोश यात्रा निकाली। उनके कार्यकाल में हमने उल्लेखनीय कार्य किया है। अध्यक्ष का बदलाव तो भाजपा की सतत प्रक्रिया है कि हर 3 साल में इसका बदलाव होता ही है।
