वंदे भारत के बाद वंदे मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी हो रही है। दिसंबर के आसपास वंदे मेट्रो बनकर तैयार होने की उम्मीद है। मेट्रो शहरों के आसपास के शहरों की कनेक्टिविटी वंदे मेट्रो ट्रेन चलने से बढ़ जाएगी। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, वंदे मेट्रो, वंदे भारत एक्साप्रेस का एक अलग फॉर्मेट होगा। इसे 100 किलोमीटर से कम दूरी के शहरों के बीच में चलाया जाएगा। सेमी हाईस्पीोड वंदे मेट्रो ट्रेन दिन में दो शहरों के बीच कई चक्करर लगाएगी।
रेल मंत्रालय ने ट्विटर पर रेलमंत्री वैष्णव के बयान को शेयर किया है। इसके अनुसार वंदे मेट्रो ट्रेन से काफी सुविधा मिलेगी। यह हाइड्रोजन बेस्ड स्वदेशी ट्रेन होगी, जिसे भारतीय इंजीनियर्स डिजाइन कर रहे हैं। वंदे मेट्रो 125 से 130किमी की रफ्तार के साथ दौड़ेगी। इसका डिजाइन मुंबई सब-अर्बन की तर्ज तैयार किया जा रहा है।
