बुद्धिमान नहीं, संवेदनशील लोगों को लगते गाने ‘भद्दे’

हनी सिंह के गानों को लेकर उनकी आलोचना होती रही है। उनपर आरोप लगते रहे हैं कि वे गानों में ‘मिसोजिनी’ को प्रमोट करते हैं। अब एक नई एल्बम के साथ जनता को एंटरटेन करने आ रहे हनी सिंह से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ऐसा उन्होंने इरादतन कभी नहीं किया। 

एक इंटरव्यू में हनी ने अपने गानों के ‘भद्दे बोल’ को लेकर जवाब दिया। उन्होंने कहा, पहले भी मैंने, इरादतन ऐसा कुछ नहीं लिखा। अगर ऐसा था, तो लोग सुनते क्यों हैं? अगर मेरे गानों में मिसोजिनी होती है, तो कोई मुझे अपनी बेटी की शादी में परफॉर्म करने क्यों बुलाएगा। मैंने पिछले 15 साल में कितनी सारी शादियों में परफॉर्म किया है। मैंने बहुत परफॉर्म किया है। आंटियां स्टेज पर ऊपर आती हैं और मेरे साथ ‘आंटी पुलिस बुला लेगी’ गाने पर डांस करती हैं। ऐसा नहीं है। 

हनी ने अपनी बात रखते हुए ‘करण अर्जुन’ के गाने ‘मुझको राणा जी माफ करना’ का जिक्र किया। उन्होंने कहा, उस समय लोगों को इस गाने से कोई ऐतराज नहीं था। हनी ने कहा, लोग ज्यादा सेंसिटिव (संवेदनशील) हो गए हैं। जितना ज्यादा वो पढ़ रहे हैं. वो ज्यादा सेंसिटिव होते जा रहे हैं। वो इसे गलत समझ रहे हैं। पहले लोग ज्यादा इंटेलेक्चुअल थे। इंटेलेक्चुअल (बुद्धिमान) होने और पढ़े-लिखे होने में फर्क होता है। 

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